बेतिया
अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य और जिला अध्यक्ष सुनील कुमार राव ने नौतन प्रखण्ड के गम्हरिया में किसान और मजदूरों की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की किसान-विरोधी , मजदूर-विरोधी, जन- विरोधी और राष्ट्र-विरोधी नीतियों से आज पूरा देश त्रस्त इन विनाशकारी नीतियों के कारण एक तरफ किसान लागत और घटती आय के कारण कर्ज और आत्महत्या के शिकार हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ मजदूर बेरोजगारी, महंगाई और शोषण का शिकार हैं। केन्द्र सरकार की कॉर्पोरेट परस्त नीतियों ने श्रमिकों को एक भयानक त्रासदी में धकेल दिया है। उन्होंने कहा बढ़ती बेरोजगारी, घटती आय, और महंगाई ने श्रमजीवियों पर कहर ढा दिया है। कॉर्पोरेट हित के लिए लाए गए चार श्रम संहिताओं के माध्यम से श्रमिकों के सभी अधिकारों को ख़तम किया जा रहा है। स्थायी सरकारी नौकरियों का ठेकाकरण और निजीकरण किया जा रहा है। नियमित रोजगार घट रहे हैं और वास्तविक वेतन स्तर में भी गिरावट आयी है। सालाना दो करोड रोजगार के वादे के विपरीत सरकार 60 लाख से अधिक रिक्त स्वीकृत पदों को भरने के लिए भी तैयार नहीं है। ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने देश के सभी राज्यों के राजधानियों में 26-27-28 नवम्बर को महापड़ाव की घोषणा किया है। इस ऐतिहासिक कार्रवाई में पश्चिम चंपारण के सैकड़ों किसान और मजदूर 26 नवंबर 2023 को 11 बजे दिन से पटना के गर्दनीबाग धरना – स्थल पर एकजुट होंगे, और अपनी मांगों को बुलंद करेंगे। बैठक में भाकपा-माले नेता सुरेंद्र चौधरी, सुरेश शर्मा, मुंशी दास, मनोज यादव, सिगाशन ठाकुर, मैंनेजर राम, केदार राम, अशोक शर्मा, रघुनाथ शर्मा, हरेंद्र साह आदि ने पटना चलने की तैयारी में लगने का संकल्प लिया।