ePaper

लीड ग्रुप सर्वेक्षण ने एनसीएफ दिशानिर्देशों को दी मान्यता

पटना। भारत के अग्रणी स्कूल एडटेक लीड ग्रुप ने एक नया अध्ययन द पल्स आॅफ स्कूल लीडर्स सर्वे जारी किया है, जो भारत में स्कूली शिक्षा की वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करता है। इसके महत्वपूर्ण निष्कर्षों में से एक यह है कि जो स्कूल अपने छात्रों को मल्टीमॉडल शिक्षा प्रदान करते हैं, वे खुद को उन स्कूलों से बेहतर मानते हैं जो केवल पाठ्यपुस्तकों जैसे पारंपरिक रूपों का उपयोग करते हैं। राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण 500 से अधिक निजी स्कूलों की रेटिंग पर आधारित था, जिसमें लगभग 1.7 लाख छात्र शामिल थे। स्कूलों को चार महत्वपूर्ण छात्र सीखने के परिणामों- वैचारिक समझ, आत्मविश्वास, अंग्रेजी बोलना और शिक्षा की समग्र गुणवत्ता पर खुद को रेट करने के लिए कहा गया था। जबकि अधिकांश स्कूलों ने खुद को वैचारिक समझ और समग्र गुणवत्ता पर उच्च दर्जा दिया, छात्रों के आत्मविश्वास के स्तर और अंग्रेजी बोलने के कौशल में अंतर थे। इसके अलावा बिहार में स्कूल नेताओं के सामने सबसे बड़ी चुनौतियां अपर्याप्त शिक्षण तकनीक और अपर्याप्त शिक्षण बुनियादी ढांचा हैं। सर्वेक्षण में स्कूलों की आकांक्षाओं और चुनौतियों की भी जांच की गई। लीड ग्रुप के सीईओ और सह-संस्थापक सुमीत मेहता ने कहा, स्कूल हमारे भविष्य की धुरी हैं। उनकी आकांक्षाओं, उनकी चुनौतियों और क्या काम कर रहा है और क्या बदलने की जरूरत है, यह जानना महत्वपूर्ण है।
Instagram
WhatsApp