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ई-आफिस प्रणाली लागू होने के बाद कलैक्ट्रेट में अब तेजी से होगा फाइलों का निपटारा

जल्द ही जिले के अन्य कार्यालयों में लागू होगी  ऑफिस प्रणाली

 

अलीगढ़ 30 जुलाई  रजनी रावत।

प्रदेश सरकार समूचे राज्य में सरकारी कामकाज को पूरी तरह से ई-ऑफिस के जरिए करने में जुटी हुई है। शासन स्तर पर व्यवस्था लागू होने के बाद अब जिलों में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू की जा रही है। जिले के सभी कार्यालयों में ई-ऑफिस लागू करने की श्रृंखला में जिला मजिस्ट्रेट विशाख जी0 ने सर्वप्रथम अपने कलैक्ट्रेट कार्यालय में ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने की पहल की है। सोमवार 29 जुलाई से कलैक्ट्रेट के सभी पटलों पर ई-ऑफिस प्रणाली लागू हो गई।जिला मजिस्ट्रेट विशाख जी0 ने बताया कि इससे कार्य में तेजी आने के साथ ही पारदर्शिता से काम हो सकेगा, भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा। ई-ऑफिस से समय की बचत होगी। सरकारी कार्यालयों में जरूरी दस्तावेजों को सुरक्षित रखना आसान होगा। उन्होंने बताया कि कलैक्ट्रेट में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू होने के बाद एक पटल से दूसरे पटल पर कम्प्यूटर के माध्यम से फाइलों का आदान-प्रदान होगा।डीएम विशाख जी0 ने जिले का सचिवालय कहे जाने वाले कलैक्ट्रेट कार्यालय में तय समय सीमा के भीतर ई-ऑफिस व्यवस्था लागू कर दिखाई है। निश्चित ही अब जिले के अन्य विभागों में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू की जाएगी। कौन सी फाइल किस पटल पर कब से रुकी हुई है, संबंधित की जिम्मेदारी निर्धारित हो सकेगी और डीएम किसी भी पत्रावली की स्वयं कंप्यूटर के माध्यम से मॉनिटरिंग कर सकेंगे।

ऐसे काम करती है ई-ऑफिस प्रणाली:

ईडीएम मनोज राजपूत ने बताया कि ई-ऑफिस का प्रयोग करने के लिए कर्मचारियों के पास आई थ्री प्रोसेसर, विंडो-10 या उससे ऊपर का कम्प्यूटर होना चाहिए। इसके साथ ही 50 एमबीपीएस का इंटरनेट भी आवश्यक है। ई-ऑफिस का सॉफ्टवेयर एनआइसी के नेटवर्क पर बेहतर ढ़ंग से कार्य करता है। यदि एनआइसी का इंटरनेट नहीं है तो कर्मचारी को वीपीएन का नेटवर्क आवश्यक होता है। अधिकारी-कर्मचारी को ई-ऑफिस पर लॉग इन करने के लिए एनआइसी की ई-मेल आईडी और पासवर्ड होना आवश्यक है, जिसकी मैपिंग ई-ऑफिस पोर्टल पर की जाती है।

मनोज राजपूत ने बताया कि सर्वप्रथम अधिकारी कर्मचारी को ई-ऑफिस से जुड़ी वेबसाइट को खोलकर एनआइसी की मेल आईडी से लॉगिन करना है, इसके बाद ई-फाइल पर जाना है। यदि कर्मचारी को कोई पत्र प्रेषित करना है तो कर्मचारी को रिसीट विकल्प क्लिक कर उस पत्र को अपलोड कर नोट पर अपना मंतव्य टाइप करना है और उसके बाद जिस अधिकारी को पत्र प्रेषित करना है उनका नाम सर्च कर ऑनलाइन भेजना है। अब पत्र सबंधित अधिकारी के इनबॉक्स में पहुंच गया है और सबंधित अधिकारी अपने कम्प्यूटर पर लॉगिन कर उस पत्र को अपने इनबॉक्स में देख सकते हैं। पत्र का अवलोकन करने के उपरांत यदि उसे अधिकारी को अपने किसी वरिष्ठ अधिकारी का मंतव्य प्राप्त

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