गोरखपुर, 30 जुलाई, 2024: यात्रियों की मांग के अनुरूप अतिरिक्त टेªनों को चलाये जाने के उद्देश्य से पूर्वोत्तर रेलवे पर इन्फ्रास्ट्रचर का विस्तार तेजी से किया जा रहा है। इन्फ्रास्ट्रचर के विस्तार के क्रम में गोरखपुर कैण्ट-वाल्मीकीनगर खण्ड के दोहरीकरण का कार्य आरम्भ कर दिया गया है। इस परियोजना के पूरा होने पर गाड़ियों की संख्या बढ़ेगी, गाड़ियों की गति बढ़ेगी, समय-पालन तथा परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी ।
गोरखपुर कैण्ट-वाल्मीकीनगर खण्ड (95.95 किमी.) के दोहरीकरण को रू0 1120.66 करोड़ की लागत से रेल मंत्रालय द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई थी। इस खण्ड में 09 क्रासिंग स्टेशन, 03 हाल्ट स्टेशन, 10 बड़े व 43 छोटे और 01 महत्वपूर्ण पुल सम्मिलित है। इस दोहरीकरण परियोजना को 05 चरणों में पूरा किया जायेगा। प्रथम चरण में गोरखपुर कैण्ट-पिपराइच (16.09 किमी), द्वितीय चरण में पिपराइच-कप्तानगंज (19.72 किमी0), तृतीय चरण में कप्तानगंज-सिसवा बाजार 26.16 किमी., चैथे चरण में सिसवा बाजार-पनियहवा 20.87 किमी. तथा पांचवें चरण में पनियहवा-बाल्मीकीनगर 13.10 किमी. का कार्य सम्पादित किया जायेगा ।
गोरखपुर कैण्ट से कप्तानगंज के मध्य मिट्टी का कार्य किया जा रहा है, शेष कार्यों हेतु निविदा फाइनलाइज किया जा रहा है।
गोरखपुर कैण्ट-वाल्मिकीनगर रेल खण्ड देश के उत्तरी भाग को पूर्वी/पूर्वोत्तर भाग से जोड़ता है। इस दोहरीकरण के पूर्ण होने से पूर्वोत्तर भाग के क्षेत्रों के लिये सामानों की ढुलाई कम समय में हो सकेगी तथा यात्रियों को उत्तर प्रदेश एवं बिहार से देश के अन्य भागों में आवागमन में सुविधा होगी ।