ePaper

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अरवल जिले का प्रतिनिधि मंडल मगध विश्वविद्यालय कुल सचिव से मिला,

अरवल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अरवल जिला इकाई के प्रतिनिधि मंडल ने आज मगध विश्वविद्यालय के कुल सचिव से भेंट की और जिले के महाविद्यालयों में व्याप्त शैक्षणिक समस्याओं को लेकर एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में छात्रों की पढ़ाई को सुचारु, गुणवत्तापूर्ण और व्यापक बनाने के लिए कई ठोस मांगें रखी गईं। प्रतिनिधि मंडल ने कुल सचिव से कहा कि अरवल जिला शैक्षणिक दृष्टि से काफी पिछड़ा हुआ है। यहां के छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए अक्सर अन्य जिलों का रुख करना पड़ता है, जिससे उनकी आर्थिक व मानसिक परेशानियां बढ़ जाती हैं। यदि विश्वविद्यालय स्तर से ठोस कदम उठाए जाएं तो अरवल के हजारों छात्रों को अपने जिले में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल सकता है। स्नातकोत्तर की पढ़ाई प्रारंभ हो  अरवल जिले के एसडीएस कॉलेज कलेर एवं एसबीएएन कॉलेज लारी में सभी विषयों की स्नातकोत्तर शिक्षा तुरंत शुरू की जाए, ताकि छात्रों को स्नातक के बाद आगे की पढ़ाई के लिए बाहर न जाना पड़े। व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की शुरुआत: दोनों महाविद्यालयों में B.LIS और M.LIS की पढ़ाई प्रारंभ की जाए। साथ ही, एसडीएस कॉलेज कलेर में B.Com और एसबीएएन कॉलेज लारी में BCA की पढ़ाई शुरू करने की मांग की गई। स्नातक स्तर पर सभी विषय उपलब्ध हों: प्रतिनिधि मंडल ने मांग की कि अरवल के सभी महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर सभी विषयों की पढ़ाई उपलब्ध कराई जाए। विशेष रूप से एसडीएस कॉलेज कलेर में भूगोल एवं होम साइंस विषय की पढ़ाई तत्काल शुरू की जाए। सीटों में बढ़ोतरी: छात्रहित को ध्यान में रखते हुए अरवल के सभी कॉलेजों में स्नातक स्तर पर नामांकन की सीटें बढ़ाई जाएं, ताकि अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को शिक्षा का अवसर मिल सके। प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि इन मांगों के पूरा होने से अरवल जिले के छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी और यहां की शैक्षणिक स्थिति में व्यापक सुधार आएगा। परिषद का मानना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह जिले की शैक्षणिक जरूरतों को समझे और समय रहते ठोस कदम उठाए। उन्होंने यह भी कहा कि अरवल जैसे जिले में जहां संसाधनों की भारी कमी है, वहां शिक्षा ही एकमात्र ऐसा माध्यम है जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन इन मांगों को गंभीरता से ले और इन्हें अमल में लाए तो आने वाले समय में अरवल जिला भी शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना सकेगा। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रतिनिधि मंडल में जिला संयोजक अमर कृति ,जिला सह संयोजक अमरकांत यादव, विभाग संयोजक गोपाल शर्मा, पूर्व कार्यकर्ता संजीव कुमार, प्रांत सह मंत्री मंतोष सुमन, शिवनारायण एवं सूरज कुमार अभिराज सैनी मौजूद थे।
Instagram
WhatsApp