अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर आज जगत ट्रेड सेंटर में एक भव्य, प्रेरणादायी एवं जागरूकता-प्रधान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन एनजीओ हेल्पलाइन और प्रेम यूथ फाउंडेशन संयुक्त तत्वावधान में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद, विद्यार्थी, युवा स्वयंसेवक एवं स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांगजनों के अधिकारों, समान अवसरों, सुलभ वातावरण और समाज में उनकी सम्मानजनक भागीदारी को बढ़ावा देना था। मुख्य अतिथियों के प्रभावशाली संबोधन ने कार्यक्रम को जीवंत बनाया कार्यक्रम की शुरुआत समाजशास्त्री सीए संजय कुमार झा के प्रेरणादायी संबोधन से हुई। उन्होंने कहा-“दिव्यांगजन समाज की कमजोरी नहीं, बल्कि उसकी असली शक्ति हैं। हमें उनकी प्रतिभा और कौशल को आगे बढ़ाने के लिए हर सम्भव अवसर और सहयोग प्रदान करना चाहिए।” इसके बाद प्रेम यूथ फाउंडेशन के संस्थापक गांधीवादी प्रेम जी ने गांधीवादी विचारधारा पर आधारित अपना सारगर्भित और प्रभावी भाषण दिया। उन्होंने कहा- “महात्मा गांधी ने सदैव वंचित और कमजोर वर्ग के उत्थान की बात कही। दिव्यांगजन समाज की नैतिक कसौटी हैं। उनकी प्रगति ही वास्तविक विकास है। समाज को करुणा, संवेदना और समानता के सिद्धांतों पर आगे बढ़ना चाहिए।” वहीं सीएमए अमानुद्दीन साहब ने अपने संबोधन में दिव्यांगजन सशक्तिकरण के आर्थिक पक्ष पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “यदि दिव्यांगजनों को उचित प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और अवसर मिले, तो वे आत्मनिर्भर बनकर न केवल परिवार बल्कि राष्ट्र की उन्नति में भी अहम योगदान दे सकते हैं।” कार्यक्रम में मीडिया प्रभारी क्वीन रंजन ने भी अत्यंत सशक्त और प्रभावशाली संबोधन दिया। उन्होंने कहा-“दिव्यांगजन केवल सहानुभूति नहीं, बल्कि सम्मान, अवसर और मुख्यधारा में भागीदारी के अधिकारी हैं। मीडिया का कर्तव्य है कि वह उनकी आवाज़ को समाज तक पहुँचाए और सकारात्मक सोच का निर्माण करे। किसी भी व्यक्ति के सपनों को उसकी शारीरिक सीमाएँ कभी सीमित नहीं कर सकतीं।” पूरे कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि दिव्यांगजन समाज का अविभाज्य हिस्सा हैं। उनके प्रति संवेदनशीलता, सम्मान और बराबरी का व्यवहार समाज की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने यह संकल्प लिया कि वे दिव्यांगजनों के लिए सुलभ परिवेश, समान अवसर और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएँगे।
