बेतिया 17 मार्च ( अनिसुल वरा )
बिहार में बढ़ती बेरोजगारी और पलायन के मुद्दे पर कांग्रेस की युवा इकाई ने ‘पलायन रोको नौकरी दो’ पदयात्रा की शुरुआत 16 मार्च को ज़िले के भितिहरवा आश्रम से शुरू कर दी। यात्रा के शुभारंभ से पहले एक जनसभा को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा, रोजगार, सड़क और सुरक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. उन्होंने यह भी कहा कि पढ़ाई, कमाई और दवाई की बात तो छोड़िए, बिहार के लोगों को हनीमून मनाने तक के लिए बाहर जाना पड़ता है.
वहीं कन्हैया कुमार ने कहा बिहार में परीक्षाओं में धांधली सरकारी तंत्र की नाकामी है. उन्हों ने कटाक्ष करते हुए कहा पहले के जमाने में डाकखानों से लव लेटर लीक हो जाते थे, लेकिन जितना लव लेटर लीक नहीं हुआ. उतना आज बिहार में हर परीक्षा का पेपर लीक हो जाता है. सब कुछ ठेके पर चल रहा है. चाहे शिक्षा हो रोजगार हो या स्वास्थ्य सेवाएं हो.
एक सवाल के जवाब में कन्हैया कुमार ने कहा कि फिलहाल इस यात्रा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और चुनाव लड़ने को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार से लगातार हो रहे पलायन के चलते राज्य के 14 करोड़ लोग प्रभावित हो रहे हैं. सरकार रोजगार देने में विफल हो चुकी है. इसलिए युवाओं को मजबूरी में अपना राज्य छोड़कर जाना पड़ रहा है.
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है. कांग्रेस शासनकाल में जो उद्योग स्थापित किए गए थे, वे सब एक-एक करके खत्म हो गए हैं. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह असफल रही है. इस पदयात्रा के दौरान नेता अलग-अलग जिलों में पहुंचकर युवाओं और छात्रों की समस्याओं को समझने की कोशिश करेंगे। दो दिवसीय पदयात्रा के पश्चात सोमवार को वे अपने लावलश्कर के साथ पूर्वी चंपारण ज़िले के लिए रवाना हो गए जहां पदयात्रा के दौरान लोगों को सरकार की नाकामियों से अवगत कराएंगे ।
उक्त दो दिवसीय यात्रा में कन्हैया कुमार के साथ, कांग्रेस जिलाध्यक्ष, पूर्व विधायक मदनमोहन तिवारी, बाल्मीकिनगर विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी ईरशाद हुसैन ( मुखिया जी ), प्रो0 शौकत अली, मो0 बेलाल, बबलू खान समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।