बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र का आज पहला दिन है। सीएम नीतीश बिहार विधानसभा पहुंच गए हैं। वहीं सदन में विपक्ष का हंगामा जारी है। पक्ष -विपक्ष के नेता विधानसभा पहुंच रहे हैं। सदन की कार्यवाही 11 बजे से शुरु होगी। सीएम नीतीश के साथ मंत्री विजय चौधरी, प्रेम कुमार भी मौजूद हैं। आज मानसून सत्र का पहला दिन हंगामेदार होने की पूरी संभावना है। राज्य में बिगड़ते कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष आज जमकर हंगामा कर सकता है। मानसून सत्र 21 जुलाई से 25 जुलाई तक चलेगा। पिछली बार विधानसभा की कार्यवाही फरवरी-मार्च में बजट सत्र के दौरान हुई थी। उसके बाद से राज्य में हत्या और अपराध की कई घटनाएं, साथ ही चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया शुरू होने जैसे मुद्दों पर अब विपक्ष आक्रामक रुख अपनाने की तैयारी में है। राजद, कांग्रेस और वाम दल सत्र के दौरान सरकार को घेरने के लिए एकजुट हो चुके हैं। मानसून सत्र के पहले दिन राज्य सरकार चालू वित्तीय वर्ष के लिए अनुपूरक बजट (सप्लीमेंट्री बजट) पेश करेगी। इसके अलावा राज्यपाल द्वारा स्वीकृत क्रयादेश और विभिन्न समितियों की रिपोर्टें भी सदन के पटल पर रखी जाएंगी। 22 और 23 जुलाई को विभिन्न राजकीय विधेयक सदन में पेश किए जाएंगे। 24 जुलाई को अनुपूरक बजट पर चर्चा और मतदान होगा। जिसके बाद विनियोग विधेयक पेश किया जाएगा। 25 जुलाई, यानी सत्र के अंतिम दिन, गैर-सरकारी संकल्पों पर चर्चा होगी। इसी प्रकार, बिहार विधान परिषद में भी चालू वित्तीय वर्ष का अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। पांच दिनों के इस सत्र में विधायकों और विधान पार्षदों के प्रश्नों का उत्तर भी संबंधित मंत्रियों द्वारा दिया जाएगा। बिहार में वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग द्वारा विशेष पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) का कार्य चल रहा है। इसी मुद्दे पर विधानसभा और विधान परिषद दोनों सदनों में विपक्ष का जोरदार विरोध देखने को मिल सकता है।राजद, कांग्रेस और वाम दलों ने चुनाव आयोग पर पारदर्शिता की कमी और अनियमितता का आरोप लगाया है। विपक्ष का दावा है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हुई हैं। इस मुद्दे पर विपक्ष बीजेपी-जदयू गठबंधन सरकार को घेरेगा और जोरदार बहस की संभावना जताई जा रही है।
