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मॉडल बूथों पर सामान्य वोटरों को मिला वीआइपी सुविधा

गोपालगंज. लोकसभा चुनाव वास्तव में कई मायने में खास है,फस्ट टाइम वोटरों ने जहां लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लिया. वहीं अपने देश की उन्नति को लेकर वोटिंग भी किया, इतना ही नहीं फस्ट टाइम वोटिंग के बाद सेल्फी प्वाइंट पर पहुंचकर उसे यादगार बनाया, जबकि बुजुर्गों ने उम्र के अंतिम पड़ाव में अपने देश की उन्नति व खुशहाली को लेकर मतदान किया.भला इस नेक कार्य मे महिलाएं  अपने को कैसे वंचित रखें, महिलाओं ने भी झुंड बनाकर अपना वोट दिया. सबसे बड़ी बात तो यह है,कि मॉडल बूथों पर सामान्य वोटरों को भी वीआइपी सुविधा प्रदान की गयी थी. इन बूथों पर प्रशासन के द्वारा विशेष व्यवस्था किया गया था. लोकसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मॉडल बूथ बनाया गया था. जहां पर विशेष व्यवस्था की गयी थी.मॉडल बूथ मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए सभी छह विधानसभाओं में 14 मॉडल बूथ और एक-एक पिक बूथ बनाया गया था. एक-एक दिव्यांग बूथ भी बनाया गया है. शहर के प्रखंड मुख्यालय में तीन मतदान केंद्रों को मॉडल मतदान केंद्र बनाया गया है. इस प्रकार गोपालगंज के छह विधानसभा में कुल 14 मॉडल बूथों के साथ-साथ छह दिव्यांग और छह पिंक बूथ भी बनाये गये है.जहां वोटरों को वीआइपी सुविधा मुहैया करायी गयी थी. लगाया गया था टेंट, बिछाया गया कारपेट मॉडल बूथों पर वोटरों की सुविधा व स्वागत का विशेष ख्याल रखा गया था. छाया को लेकर टेंट लगाया गया  था. वहीं कारपेट भी बिछाया गया था.शीतल पेयजल व कुर्सी की थी व्यवस्था मॉडल बूथों पर वोटरों को बैठने के लिए कुर्सी की व्यवस्था की गयी थी, वहीं प्यास बुझाने को लेकर शीतल पेयजल की व्यवस्था भी किया गया था. सेल्फी लेकर बनायी यादगार मॉडल बूथों पर सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया था. जहां युवा, महिला व बुजुर्ग वोटरों ने भी सेल्फी लेकर अपने वोटिंग को यादगार बनाया. व्हीलचेयर की थी व्यवस्था मॉडल बूथों पर व्हीलचेयर की व्यवस्था प्रशासन के द्वारा किया गया था, ताकि दिव्यांग व बुजुर्ग वोटरों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने पाये. गुब्बारों से सजाया गया था बूथ मॉडल बूथों को गुब्बारों से सजाया गया था, मॉडल बूथ वोटरों को लुभा रहा था. हेल्प डेस्क की थी व्यवस्था मॉडल बूथों पर वोटरों की सुविधा को लेकर हेल्प डेस्क भी बनाया गया था, जहां वोटरों से जुड़ी सभी जानकारियां रखी गयी थी, ताकि आवश्यकता पड़ने पर वोटरों का सहयोग किया जा सके.  बच्चों में छायी रही मायूसी बूथों तक अपने अभिभावकों के साथ आने वाले छोटे-छोटे बच्चे काफी मायुस थे. पिछले मतदान की तुलना में इस बार मॉडल बूथों पर बच्चों के खेलने व मनोरंजन की व्यवस्था नहीं कि गयी थी. जिससे उनमे मायुसी थी.

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