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इकोकार्डियोग्राफी के क्षेत्र में विकास से अब मरीजों को बेहतर इलाज की संभावना: डॉ. अजय सिन्हा

मेदांता की पहल पर देश एवं बिहार के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्टों ने इकोकार्डियोग्राफी के आधुनिक तकनीक द्वारा इलाज की तकनीक पर परिचर्चा एवं ट्रेनिंग
ऽ वर्कशॉप में इकोकार्डियोग्राफी के क्षेत्र में हुए विकास की दी गयी जानकारी
ऽ मेदांता अस्पताल पटना के तत्वाधान में हुआ दो दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन
पटना, 10 मई 2025: जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के तत्वावधान में होटल चाणक्या, पटना तथा जयप्रभा मेदांता हाॅस्पिटल परिसर में दो-दिवसीय वर्कशॉप ‘इकोकार्डियोग्राफी-बेसिक एंड बियॉन्ड’ का आयोजन किया गया जिसमें शनिवार 10 मई को इकोकार्डियोग्राफी के क्षेत्र में हुए नवीनतम विकास पर परिचर्चा एवं वर्कशॉप का आयोजन किया गया जिसमें देश एवं बिहार के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्टों के अलावा तकरीबन 180 डॉक्टरों और मेडिकल स्टूडेंट्स ने भाग लिया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन शनिवार 10 मई को होटल चाणक्या में साइंटिफिक सेशन का उद्घाटन मेदांता हार्ट इंस्टिट्यूट के निदेशक एवं एचओडी डॉ. प्रमोद कुमार, क्लिनिकल एंड प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी के निदेशक डॉ. अजय कुमार सिन्हा, कार्डियोथोरेसिक एवं वैस्कुलर सर्जरी के निदेशक डॉ. अरविंद कुमार गोयल, पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी के एसोसिएट डायरेक्टर एवं पीडियाट्रिक इकोकार्डियोग्राफी प्रोग्राम के कोर्स  डायरेक्टर  डा आशीष सप्रे, नॉन-इनवेसिव कार्डियोलॉजी हार्ट इंस्टीट्यूट की सीनियर कंसलटेंट एवं एडल्ट इकोकार्डियोग्राफी कार्यक्रम की प्रभारी डॉ. श्रद्धा रंजन के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। जयप्रभा मेदांता हाॅस्पिटल परिसर में वर्कशाॅप का आयोजन रविवार 11 मई को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया गया। इस मौके पर मेदांता के पिडियाट्रिक कार्डियोलाॅजिस्ट डाॅ. आशीष सप्रे आयोजन समिति के अध्यक्ष और पीडियाट्रिक वर्कशाॅप के डायरेक्टर बनाये गये थे। उन्होंने कहा कि वर्कशाॅप में आये फैकल्टी तथा अन्य डाॅ. अपने ज्ञान और अनुभव साझा करते हैं। इसका सीधा फायदा मरीजों को मिलता है। वर्कशाॅप के जरिये डाॅक्टर्स अपने ज्ञान और अनुभव को बढ़ाते हैं और इनका इस्तेमाल मरीजों के इलाज के दौरान किया जाता है।
मेदांता हार्ट इंस्टिट्यूट के निदेशक एवं एचओडी डॉ. प्रमोद कुमार ने इकोकार्डियोग्राफी के फायदों के बारे में बताते हुए कहा कि मौजूदा समय में इकोकार्डियोग्राफी के क्षेत्र में काफी उन्नति हो रही है और स्ट्रेनइमेजिंग और 4डी इकोकार्डियोग्राफी जैसी तकनीक से हृदय चिकित्सा के क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहे हैं जिससे अब मरीजों को ज्यादा सटीक इलाज मिल पायेगा।
वहीं इस वर्कशॉप की आयोजन समिति के अध्यक्ष और मेदांता अस्पताल पटना में क्लिनिकल कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च विभाग के डायरेक्टर डॉ. अजय कुमार सिन्हा ने कार्यक्रम के सन्दर्भ में बताया कि इस प्रकार के वर्कशॉप से पटना और बिहार के विभिन्न भागों से आये डॉक्टरों को बहुत लाभ हुआ है और उम्मीद हैं की इस वर्कशॉप में प्राप्त आधुनिक तकनीक की जानकारी का इस्तेमाल मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने में करेंगे।
डॉ. प्रमोद कुमार ने  बताया कि मेदांता अस्पताल बिहार में उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके साथ ही बिहार की चिकित्सा सुविधा को बेहतर बनाने के लिए इस प्रकार के ज्ञानवर्धक वर्कशॉप के नियमित आयोजन करता रहता है ताकि मेदांता अस्पताल के चिकित्सकों के अलावा अन्य डॉक्टर भी नयी तकनीक के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके। वर्तमान में जयप्रभा मेदांता सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल पटना में एक ही छत के नीचे हृदय से जुड़ी विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज एवं सभी जटिल सर्जरी के विकल्प उपलब्ध है और अब बिहार के लोगों को हृदय सबंधित सर्जरी के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है।
एडल्ट वर्कशॉप की आयोजन समिति की सचिव डॉ. श्रद्धा रंजन ने बताया कि इस वर्कशॉप में पटना के लगभग सभी प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ आये हुए हैं और इस दो दिवसीय वर्कशॉप में ज्ञानवर्धक व्याख्यान के साथ व्यावहारिक प्रशिक्षण के सत्र भी हो रहे हैं। इसके साथ उन्होंने बताया कि इस वर्कशॉप में सैंकड़ों डॉक्टरों और मेडिकल स्टूडेंट् सभी भाग ले रहे हैं एवं इस पूरे सत्र में प्राप्त जानकारी का लाभ भविष्य में सहभागी डॉक्टरों के द्वारा बिहार के मरीजों को मिलेगा।
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