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नीतीश के नेतृत्व में ही 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी बीजेपी, सम्राट चौधरी ने किया साफ,

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे इस बार चौंकाने वाले आए हैं। देश की जनता ने किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं दी है। जिसके कारण बीजेपी को सरकार बनाने के लिए टीडीपी और जदयू पर निर्भर रहना होगा। हालांकि एनडीए गठबंधन तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने में सफल रही। एनडीए 7 जून को सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। वहीं 9 जून को पीएम मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री का शपथ ले सकते हैं। वहीं इसके पहले बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। सम्राट चौधरी ने कहा है कि 2025 की विधानसभा चुनाव बीजेपी सीएम नीतीश के नेतृत्व में ही लड़ेगी। साथ बिहार में बीजेपी को जिन सीटों की नुकसान हुई है उनकी समीक्षा की जाएगी।  दरअसल, बिहार में एनडीए को 9 सीट नुकसान हुआ है। एनडीए के हिस्से में इस बार मात्र 30 सीट आई है। जिसको लेकर सम्राट चौधरी ने कहा कि, लोकसभा में बिहार को 75 फीसदी मार्क्स मिला। पहले 6 फेज में हम लोगों को 28 सीट दे रहे थे। हमलोगों ने चुनाव आयोग के नेतृत्व में हम चुनाव लड़े। और बिहार की जनता ने बीजेपी को, एनडीए को सीएम नीतीश के नेतृत्व में 75 प्रतिशत मार्क्स दिया है। 25 फीसदी हमारी हार हुई है। इसकी समीक्षा की जा रही है। जिन सीटों पर हारे हैं, उसको लेकर समीक्षात्मक बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, हम और अधिक अच्छा कर सकते थे, हमारी उम्मीद थी कि हम 39, 40 सीट जीते। वहीं जदयू के बयान की सीएम नीतीश के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव 2025 लड़ा जाएगा पर सहमति दिखाते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि, इसमे दिक्कत क्या है। हम लोग सीएम नीतीश के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे। वर्ष 1996 से हम सीएम नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। आगे भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे। मालूम हो कि, बीते दिन जदयू ने साफ किया था कि विधानसभा चुनाव 2025 सीएम नीतीश के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। जेडीयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने बुधवार को कहा कि 2024 के लोकसभा इलेक्शन रिजल्ट ने 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव का मार्ग भी प्रशस्त कर दिया है। नीतीश के करीबी मंत्री विजय चौधरी ने बुधवार को कहा कि बिहार को विशेष पैकेज और मदद मिलनी चाहिए, हमलोगों की यह मांग आज भी कायम है। बिहार में एनडीए के प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि नीतीश के नेतृत्व के प्रति जनता का भरोसा उसी तरह से कायम है जो साल 2005 और 2010 में हुआ करता था।

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