घटना (शोएब कुरैशी) आलमगंज थाना क्षेत्र का है रेखा कुमारी अपने पति गौरव कुमार के ऊपर मारने- पीटने एवं दहेज मांगने का लगाया आरोप। कहा मेरे पति मुझसे कहते हैं कि तुम अपने मां-बाप से दो लाख मांग कर लाओ नही तो मुझे छोड़कर यहां से चली जाओ। कहता है तुम मुझे पसंद नहीं हो और अच्छी भी नहीं लगती हो। मेरे पास रहोगी तो रुपया लेकर आना होगा नहीं तो हम तुम्हें जान से मार देंगे। मेरे छोटे-छोटे दो बच्चे हैं हम उन बच्चों को कहां लेकर जाएंगे एक बच्ची की उम्र 2 वर्ष और एक बच्चा की उम्र 1 वर्ष है। पिता बच्चों को कभी देखा नहीं करते और बच्चों से प्यार भी किया है। मेरी माँ आज-तक नहीं आई थी हम दोनों पति और पत्नी के झगड़े का सुलह समझौता कराने। लेकिन मेरी मां को भी मेरे ससुराल के लोगों ने एवं मेरे पति ने बहुत मारा 112 नंबर को कॉल किए थे। उसने भी किसी तरह का कोई काम नहीं किया। मेरा जीना दुश्वार है बहुत मुश्किल है कब तक मां-बाप के घर पर रहूंगी। ऐसे में जीने से तो अच्छा मर जाना बेहतर है। लेकिन दो बच्चे का मुंह देखते हैं अंत में हार कर हम नवजीवन सोसायटी के सचिव प्रतिमा जी से अपनी सारी दुख भरी कहानी बताई। उन्हें लिखित रूप में आवेदन दिया और एनजीओ ने मुझे भरोसा दिलाया कि इस समस्या का निदान करने का पूरा प्रयास करेंगे और आप दोनों पति-पत्नी को फिर से जीवन नए तरीके से जीने का एक रास्ता निकलेंगे। मुझे आशा है प्रतिमा दीदी मेरी समस्याओं का जरूर निदान निकालेगी। मैं एनजीओ की प्रतिमा दीदी का दिल से धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने मेरे इस परेशानी पर मेरा साथ देने का वादा किया।
