बिहार में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं को प्रभावित करने वाले संगठित गिरोहों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) का अभियान लगातार तेज हो रहा है. इसी कड़ी में इओयू ने कुख्यात संजीव मुखिया गिरोह के एक्टिव मेंबर संजय कुमार प्रभात को पटना के गोला रोड क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. यह बीपीएससी की टीआरइ-3 परीक्षा के चर्चित पेपर लीक मामले (आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या-06/2024) में लंबे समय से वांछित था. इओयू ने उसे 8 दिसंबर को धर दबोचा और 9 दिसंबर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. संजय कुमार प्रभात, शेखपुरा जिले के शेखोपुर बाजार का निवासी है. इओयू द्वारा सिपाही चालक भर्ती परीक्षा (10 दिसंबर) और प्रवर्तन अवर निरीक्षक परीक्षा (14 दिसंबर) से पहले परीक्षा गिरोहों पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के दौरान इसे पकड़ा गया. अधिकारियों के अनुसार संजय प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक कराकर मोटी कमाई करता था. पूछताछ के दौरान संजय ने खुलासा किया कि टीआरइ-3 परीक्षा में उसने कैंडिडेट्स को लीक प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के लिए प्रति उम्मीदवार एक लाख रुपये तक वसूले थे. आने वाली परीक्षाओं के लिए भी वह अभ्यर्थियों से एडमिट कार्ड, पहचान पत्र और बड़ी रकम इकट्ठा कर रहा था.
