वज्रपात से बचाव पर आधारित नुक्कड़ नाटक का किया गया प्रदर्शन।
सूत्रधार के कलाकारों ने वज्रपात होने पर सतर्कता बरतने के उपाय बताए और लोगों को किया जागरूक।
पटना (शोएब कुरैशी) बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सौजन्य से सूत्रधार,खगौल के कलाकारों द्वारा वज्रपात के खतरों के प्रति जन जागरूकता अभियान के पहले दिन नुक्कड़ नाटक “व्रजपात से बचाव” का प्रदर्शन, शनिवार को गांधी मैदान पटना के तीन जगहों, बापू सभागार, उद्योग भवन और आर.बी.आई गेट के समक्ष किया गया । श्रुतिधर द्वारा लिखित एवं बिहार कला पुरस्कार से पुरस्कृत, वरिष्ठ रंगकर्मी नवाब आलम द्वारा निर्देशित नाटक में वज्रपात से सुरक्षा के उपाय एवं वज्रपात होने पर क्या-क्या सावधानी बरते और क्या करें और क्या न करें के बारे में सीख दी गई। कलाकारों ने वज्रपात होने पर सतर्कता बरतने के उपाय बताए और बताया की खराब मौसम में घर में रहें और सुरक्षित रहें। कलाकारों के दमदार अभिनय एवं संवाद अदायगी ने राहगीरों को रुककर नुक्कड़ नाटक देखने के लिए मजबूर कर दिया। नाटक के गीत ” अरे बदरा में मत जा घुमेला ए बबुआ, मत जा तू बाहर घुमेला ने नाटक के कथ्य को प्रभावशाली बना दिया और दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी।
दर्शक दीर्घा में उपस्थित दर्शकों से कलाकारों के द्वारा नाटक के मैसेज के संबंध में पूछे गए सवाल के सही जवाब देने के उपरांत बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से कैलेंडर, पेंसिल, और अन्य स्टेशनरी आइटम्स आदि देकर उन्हें प्रोत्साहित किया गया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में संस्था के महासचिव नवाब आलम ने बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आभार व्यक्त करते हुए कहा विभाग ने सूत्रधार को यह जिम्मेदारी सौंपी इसके लिए वह विभाग के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि विभाग का प्रयास तभी सफल होगा जब हम भी ठनका होने पर नाटक में बताए जानकारियों पर अमल करेंगे और खुद को सुरक्षित रखेंगे। नाटक में राजेश,गुलशन,मोती राम,विकास कुमार,राजीव त्रिपाठी,ज्योति ,अंजली, वर्षा मिश्रा, भोला आदि ने अपनी भूमिका निभाई। जागरूकता अभियान के दूसरे दिन यानी रविवार को इको पार्क,राजधानी वाटिका,एवं पटना जू आदि जगहों पर इस नाटक का प्रदर्शन होगा।