हसनपुरा(सीवान) प्रखंड व नगर पंचायत के इलाकों में रमजान का पाक महीना चल रहा है जहां मगंलवार को रमजान का पन्द्रहवां रमजान मुकम्मल हो गया। वहीं इस दौरान क्षेत्र के सभी मस्जिदों में तरावीह कि नमाज पढी जा रही है। वहीं हसनपुरा के खानकाहे हैदरीया मस्जिद में मगंलवार की रात खत्म तरावीह की नमाज अकीदत के साथ पढ़ी गयी। बता दें कि रमजान के शुरुआत होते ही यह तरावीह की नमाज हाफ़िज़ नसीर अहमद द्वारा हर रात तरावीह की नमाज में कुरान पाक की आयतें सुनाई जाती रही। वहीं बताते चले की यह नमाज बिना इमाम के नहीं की जा सकती है। एक इमाम कुरान मुंह जुबानी बोलते हुए नमाज पढ़ाते हैं तो एक इमाम उन्हें ध्यान से सुन भी रहे होते हैं ताकि कोई गलती किसी आयत में न जा पाए। तरावीह में पूरा कुरान सुनाया जाता है। दरअसल, तरावीह की नमाज इफ्तार के करीब 2 घंटे बाद शुरू की जाती है। यह रात की नमाज (ईशा) के साथ पढ़ी जाती है।तरावीह की नमाज 20 रकात की होती है। तरावीह की नमाज पढ़ने में लगभग एक घंटे से डेढ़ घंटे तक का समय लग जाता है। वहीं नमाज ए तरावीह खत्म होने पर अकीदतमंदों ने विशेष दुआ मांगी। नमाज ए तरावीह में कुरान शरीफ सुनाने वाले हाफिज को फूल मालाओं से इस्तकबाल किया गया। वहीं खानकाहे हैदरिया के सजादा नशी डॉ मौलाना सैय्यद नाहीद अहमद हैदरी ने नबी अकरम की सुन्नत पर चलने का आह्वान किया। मुकद्दस माहे रमजान का अहतराम करते रहने की हिदायत भी की। इस दौरान मुल्क कि तरक्की व अमन के लिए दुआ भी किया गया। इस अवसर पर सैयद आकिब अहमद, अफजल कुरैशी, कौसर अली, जफर इमाम, शारिक इमाम, आशिक आलम, सद्दाम अली, शहनवाज हुसैन व अन्य दरजनौ लोग उपस्थित थे।
