एमडी साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड इंटरनेशनल सेंटर फॉर इनफॉर्मेशन सिस्टम & ऑडिट, कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित ट्रेनिंग में राज्य सरकार की ओर से बतौर ट्रेनर हुए शामिल
• 158वें अंतर्राष्ट्रीय ट्रेनिंग प्रोग्राम में ऑडिट ऑफ़ स्टेट ओन्ड एंटरप्राइजेज पर ट्रेनिंग आयोजित
• एमडी एसबीपीडीसीएल ने विद्युत क्षेत्र में इंटरनेट ऑफ थिंग्स के इस्तेमाल पे दिया ट्रेनिंग
इंटरनेशनल सेंटर फॉर इनफॉर्मेशन सिस्टम & ऑडिट, कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित 158वें अंतर्राष्ट्रीय ट्रेनिंग प्रोग्राम में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री महेंद्र कुमार राज्य सरकार की ओर से बतौर ट्रेनर शामिल हुए। उन्होंने बिहार में विद्युत क्षेत्र में किए जा रहे इंटरनेट ऑफ थिंग्स के प्रयोग के विषय में बात की। उन्होंने बताया कैसे राज्य में विभिन्न डिजिटल तकनीकों जैसे स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर, समस्त मॉड्यूल, रेड एवं एफआईआर मॉनिटरिंग सिस्टम, के माध्यम से मीटरिंग, बिलिंग व राजस्व संग्रहण में पारदर्शिता लाने का कार्य किया जा रहा है।
श्री कुमार ने प्रतिभागियों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर के विषय में बताते हुए कहा कि बिहार प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन में 26 लाख मीटर के साथ पूरे देश में शीर्ष पर है। देश का 70 प्रतिशत मीटर राज्य में लगा है। उन्होंने अपने प्रेजेंटेशन के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पटना में एक उपभोक्ता के यहां स्मार्ट मीटर इंस्टालेशन का लाइव टेलीकास्ट भी दिखाया। साथ ही सभी को मीटर के कार्यप्रणाली, रिचार्ज प्रक्रिया, शून्य से कम बैलेंस होने पर उपभोक्ताओं को सूचना,रिचार्ज नही करने पर स्वतः बिजली कटौती एवं रिचार्ज करने पर स्वतः रिकनेक्शन को सजीव प्रदर्शित किया। इस दौरान रिचार्ज के उपरांत कैसे एक मिनट के अंदर विद्युत संबंध जुड़ जाता है, यह भी दिखाया गया। विद्युत संबध काटने एवं स्वतः जुड़ते देख साउथ अफ्रीका के प्रतिभागियों द्वारा बताया गया कि उनके देश में भी प्रीपेड मीटर लगाया जा रहा है किंतु रिचार्ज करने के उपरांत बिजली जुड़ने में समस्या आ रही है। इसपर प्रबंध निदेशक श्री कुमार द्वारा बताया गया कि नेटवर्क की समस्या के कारण ऐसी दिक्कत आती है जहां विद्युत संबंध जुड़ने में कुछ अधिक समय लगता है। इस समस्या को दूर करने के उद्देश्य से बिहार में मीटर में ब्लू टूथ की सुविधा की शुरुआत की जा रही है जिससे नेटवर्क नहीं होने की स्थिति में विच्छेदित बिजली को उपभोक्ता द्वारा स्वयं ही मोबाइल के ब्लूटूथ के माध्यम से जोड़ा जा सकेगा। इसके अलावा अन्य व्यवस्था जैसे 48 घंटे के लिए इमरजेंसी रिकनेक्शन जिसकी मदद से उपभोक्ता द्वारा मीटर में दिए गए पुश बटन के माध्यम से बिजली कनेक्शन चालू करने की सुविधा की भी शुरुआत की गया है।
श्री कुमार द्वारा विद्युत के डिमांड और सप्लाई के बीच समन्वय के विषय में बताते हुए कहा कि उत्पादित विद्युत ऊर्जा का उपभोग करना आवश्यक है। उत्पादित ऊर्जा से कम अथवा अधिक उपभोग पर ग्रिड में अस्थिरता की समस्या हो सकती है। जिससे आगे चलकर ब्लैक आउट भी हो सकता है।
ट्रेनिंग के दौरान कुल 25 देशों से 35 प्रतिभागी शामिल हुए। अल्जीरिया, बांग्लादेश, भूटान, केन्या, मालदीव, साउथ सूडान, थाईलैंड, रूस, नाइजीरिया, वियतनाम जैसे देशों से प्रतिभागी आए थे। सभी प्रतिभागियों ने बिहार सरकार द्वारा विद्युत क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को सराहा।
