जिलास्तरीय पदाधिकारियों के द्वारा सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का किया गया निरिक्षण।
किशनगंज 18 सितम्बर (आफताब आलम)
जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाने के उद्देश्य से एक व्यापक अभियान शुरू किया है। जिला पदाधिकारी के सख्त दिशा-निर्देशों के तहत, सातों प्रखंडों के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सदर अस्पताल का गहन निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण अभियान का उद्देश्य जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की वर्तमान स्थिति का आंकलन करना और उसमें सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाना था।
स्वयं जिलाधिकारी विशाल राज के द्वारा सदर अस्पताल का निरिक्षण किया गया | निरिक्षण के दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाएं आम नागरिकों के लिए जीवन रेखा होती हैं, और किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अभियान के तहत प्रशासनिक अधिकारियों की एक मजबूत टीम ने सभी अस्पतालों का दौरा किया और विभिन्न बिंदुओं पर गहन जांच की। इन बिंदुओं में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता से लेकर अस्पतालों के बुनियादी ढांचे तक का मूल्यांकन किया गया।
विदित हो की जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए जिला पदाधिकारी ने कड़ा रुख अपनाया है। उनके निर्देश पर सातों प्रखंडों के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सदर अस्पताल का व्यापक निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान की जा रही हैं और कहीं भी लापरवाही नहीं हो रही है। जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही अस्वीकार्य है, और इसे रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस निरीक्षण अभियान में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कई अहम पहलुओं की गहनता से जांच की गई।
निरीक्षण की प्राथमिकताएं:
निरीक्षण के दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिनका सीधा संबंध मरीजों की स्वास्थ्य सेवाओं से है। सबसे पहले, सभी स्वास्थ्य केंद्रों में रिसेप्शन व्यवस्था और भवन की उपलब्धता की जांच की गई। यह देखा गया कि मरीजों का स्वागत और इलाज की प्रारंभिक प्रक्रिया सुचारू रूप से हो रही है या नहीं। जिला पदाधिकारी ने कहा कि रिसेप्शन मरीजों की पहली मुलाकात का बिंदु होता है और इसे सुव्यवस्थित और प्रभावी होना चाहिए, ताकि मरीजों को सही दिशा-निर्देश मिल सकें।ओपीडी संचालन की भी गहनता से जांच की गई। यह सुनिश्चित किया गया कि डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मी समय पर उपस्थित हों और मरीजों को प्रभावी सेवाएं मिल रही हों। इसके साथ ही, एम्बुलेंस सेवा की उपलब्धता और संचालन की स्थिति पर भी विशेष ध्यान दिया गया। एम्बुलेंस सेवाओं को समय पर संचालित करने और किसी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान करने के लिए जांच की गई कि सभी वाहन सही स्थिति में हैं और उनका नियमित रूप से इस्तेमाल हो रहा है।