पश्चिम बंगाल के मंत्री रथिन घोष के कोलकाता आवास समेत 13 ठिकानो पर ED ने छापेमारी की है | नगर पालिका भर्ती में कथित रूप से घोस की संलिप्तता को लेकर यह करवाई की गई है |रथिन घोष मध्यमग्राम सीट से विधायक और ममता सरकार में खाध एवं आपूर्ति मंत्री हैं|घोष मध्यमग्राम नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं|
क्या है नगर पालिका भर्ती घोटाला?
पश्चिम बंगाल में टीचर भर्ती घोटाले में जांच के दौरान ED को कुछ ऐसे सबूत मिले थे, जिनसे पता चलता है कि सिर्फ टीचर भर्ती में ही अनियमितताएं नहीं हुईं है बल्कि नगर पालिकाओं द्वारा की गई नियुक्तियों में भी थीं|जांच एजेंसी के मुताबिक, Sil की कंपनी एबीएस इन्फोजोन प्राइवेट लिमिटेड को भर्ती परीक्षाओं में प्रश्नपत्रों और ओएमआर शीट की छपाई और मूल्यांकन और मेरिट सूची तैयार करने का टेंडर दिया गया था|
ED अधिकारियों ने आरोप लगाया कि सिल ने ओएमआर शीट में हेरफेर किया और पैसे के बदले अवैध नियुक्तियों में मदद की|नगर पालिका भर्ती घोटाले के मामले में कोलकाता हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे| इस आदेश के खिलाफ ममता सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था और CBI जांच रद्द करने की अपील की थी|
हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने ममता सरकार की इस अपील को खारिज कर दिया था|ED ने पिछले दिनों नगर निगम भर्ती घोटाले के कथित संबंध में पश्चिम बंगाल में 12 नगरपालिकाओं को नोटिस भेजकर 2014 से उनके द्वारा की गई नियुक्तियों के बारे में जानकारी मांगी थी |