गोरखपुर, 14 मार्च, 2024: अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महाप्रबन्धक,पूर्वोत्तर रेलवे सुश्री सौम्या माथुर के मुख्य आतिथ्य में 14 मार्च,2024 को रेलवे प्रेक्षागृह,गोरखपुर में एक समारोह का आयोजन किया गया। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर यूनाइटेड नेशन ने इस वर्ष ‘इनवेस्ट इन वूमेन, एक्सीलरेट प्रोग्रेस‘ स्लोगन दिया है। समारोह का शुभारम्भ महाप्रबन्धक सुश्री सौम्या माथुर ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर आमंत्रित अतिथि दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर के राजनीतिशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डा. विनीता पाठक, प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक डा0 लक्ष्मी गुंजियाल, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी श्री अजीत कुमार श्रीवास्तव, मुख्य कार्मिक अधिकारी/प्रशासन श्री अवधेश कुमार, महाप्रबन्धक के सचिव श्री आनन्द ऋषि श्रीवास्तव, विभिन्न विभागों की महिला अधिकारी, महिला सशक्तिकरण समिति की पदाधिकारी, अनुसूचित जाति एवं जनजाति एसोसियेशन के अध्यक्ष श्री बच्चू लाल एवं भारी संख्या में महिला रेलकर्मी उपस्थित थीं। इस अवसर पर पूर्वोत्तर रेलवे कला समिति के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया ।
समारोह को सम्बोधित करती हुईं महाप्रबन्धक सुश्री माथुर ने कहा कि हम महिलाओं की शक्ति एवं काबिलियत को सेलिब्रेट करते हैं। महिला को शक्ति का स्वरूप माना जाता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के जीवन में कठिनाई आने पर कैसे उनका सामना किया जाय, इससे महिलाओं को अवगत होना चाहिये। जबतक किसी महिला के सामने कठिन समय नहीं आता है तब तक उसकी शक्ति सामथ्र्य एवं क्षमता नहीं दिखाई देती है। आज हर क्षेत्र में महिलायें बराबर का कार्य कर रही हैं। परीक्षाओं का जब रिजल्ट आता है तो महिलायें ही उसमें सबसे आगे दिखती हैं। सुश्री माथुर ने कहा कि महिलायें काबिलियत में किसी से कम नही हैं। महिलाओं को अपनी काबिलियत पर भरोसा कर उपलब्धियाँ अर्जित करनी चाहिये । हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी एक छाप छोड़ी है, उसे देखकर सभी को प्रेरित होना चाहिये । यदि आपसे मिलकर कोई भी लड़की यह सोचती है कि हम भी ऐसा कर सकते हैं तो यह आपकी उपलब्धि है। महाप्रबन्धक ने कहा कि महिलायें अपना महत्व समझें, अपने लिये समय निकालें एवं अपने निर्णय खुद लें तथा कभी उम्मीद न छोड़े तथा समय का सदुपयोग करें। इस अवसर पर महाप्रबन्धक ने उत्कृष्ट सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली महिलाओं को पुरस्कृत कर सम्मानित किया तथा महिला सशक्तिकरण समिति की टीम को उनके द्वारा इस आयोजन के लिये सामूहिक पुरस्कार देने की घोषणा की ।
आमंत्रित अतिथि दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर के राजनीतिशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डा. विनीता पाठक ने अपने सम्बोधन में कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिये स्त्री सबसे अहम् भूमिका निभाती है। एक स्त्री को अच्छी शिक्षा जरूर देनी चाहिये, वे हमारे समाज एवं देश का हिस्सा हैं। यदि स्त्री शिक्षित होती है तो पूरे देश व समाज को शिक्षित करती है। हमें अपने इरादों, वजूद एवं काबिलियत से सब कुछ हासिल करना चाहिये । अपने बच्चियों को विषम परिस्थितियों का सामना करने के लिये शिक्षित करना चाहिये तथा उन्हें आत्मरक्षा की टेªनिंग देना चाहिये । उन्होंने कहा कि स्त्रियां घरेलू हिंसा का प्रतिवाद जरूर करें तथा खुद सशक्त हों एवं अन्य महिलाओं को भी सशक्त करें, परन्तु स्त्रीयोचित गुण न भूलें। उन्हें अपने व्यक्तित्व का निर्माण करना चाहिये तथा भीड़ का हिस्सा न बनते हुये अलग मुकाम हासिल करना चाहिये।
कार्यक्रम में कला समिति की कलाकार मीरा सिकदर ने नारी की व्यथा व स्थिति पर आधारित कविता का नाट्य रूपान्तरण ‘मैं ही वह लड़की हूँ‘ की मार्मिक प्रस्तुति कीं। अन्य कलाकारों द्वारा भजन, गीत एवं नृत्य प्रस्तुत किया गया । समारोह में उपस्थित अन्य महिलाओं ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया । कार्यक्रम का संचालन महिला सशक्तिकरण समिति की अध्यक्ष श्रीमती रचना श्रीवास्तव ने किया तथा स्वागत सम्बोधन, समिति की पदाधिकारी श्रीमती रीता श्रीवास्तव ने किया ।