अलीगढ़ 12 जून अनीस अहमद।अलीगढ़ के खैर थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात गांव जडाना नगरिया की प्रधान के पति की गोली मारकर हत्या कर दी गई ।चुनावी रंजिश में हमलावर पहले से ही गांव के बाहर घात लगाकर बैठे हुए थे ।प्रधान पति अपने भाई और साले के साथ घर की ओर जा रहे थे ।तभी आरोपियों ने उन्हें रोक लिया। पहले दोनों पक्षों के बीच कहा सुनी हुई ।जिसके बाद आरोपियों ने टावर तोड़ गोलियां चलाना शुरु कर दी आरोप है। कि प्रधान पति के ऊपर 8 से 10 राउंड फायरिंग की गई ।जिसमें लगभग 5 से 6 गोली उनके लगी है ।जिसके बाद प्रधान पति की मौके पर ही मौत हो गई ।वहीं गोलियों की आवाज से गांव में हड़काम मच गया ।और गांव के लोग एकत्र हो गए फिर लोगों ने पुलिस को सूचना दी खैर किया गांव जड़ाना नगरिया में शीतल देवी प्रधान है ।उनके पति वीरेंद्र कुमार 40 वर्षीय पुत्र जगदीश कुमार रोडवेज में ड्राइवर थे और बुध विहार डिपो में कार्यरत हैं ।प्रधानी जीतने के बाद से वह ज्यादातर समय गांव में ही देते थे मंगलवार की देर रात लगभग 8:30 बजे से 9:00 के बीच में गांव की गौशाला का निरीक्षण करने गए थे ।गौशाला के निरीक्षण के बाद वह अपने बड़े भाई मणि शंकर और साले लाल के साथ घर की ओर लौट रहे थे ।गांव से लगभग 1 किलोमीटर पहले हनुमान मंदिर के पास आरोपी पहले से ही मौजूद थे ।उन्होंने वीरेंद्र को रास्ते में रोक लिया और गाली गलौज शुरू कर दी। देखते ही देखते आरोपियों ने फायरिंग कर दी ।बड़े भाई और साले ने भी जैसे तैसे अपनी जान बचाई ।गांव में प्रधानी को लेकर वीरेंद्र कुमार और पूर्व प्रधान संजय के बीच सालों से रंजिश चली आ रही है। पिछले चुनाव में संजय चुनाव जीते थे। लेकिन इस चुनाव में वीरेंद्र की पत्नी शीतल देवी चुनाव जीती है ।इसके बाद दोनों पक्षों में चुनावी रंजिश रही थी। गांव में भी आए दिन दोनों के बीच विवाद की स्थिति बनी रहती ।और दोनों एक दूसरे के काम में रोक-टोक करते रहते थे ।इसी बात को लेकर दोनों पक्ष कई बार आमने-सामने आ चुके थे ।गांव के मौजूद लोग बीच में पड़कर मामले को शांत कर देते थे।प्रधान पति वीरेंद्र कुमार भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं। और भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्ण पाल सिंह लाला के करीबी माने जाते थे ।लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपने गांव में भाजपा के लिए खुलकर प्रचार किया था ।वहीं विपक्षी पूर्व प्रधान संजय ने दूसरी पार्टी का समर्थन किया ।इसको लेकर भी दोनों के बीच कई बार टकरा हुए थे ।घटना के बाद भाजपा जिला अध्यक्ष भी गांव पहुंच गए ।परिवार के लोगों ने बताया लोकसभा चुनाव के दौरान कई बार विवाद की स्थिति बनी ।लगभग 10 दिन पहले ही वीरेंद्र को जान से मारने की धमकी मिली थी। उन्होंने सारे मामले को नजरअंदाज कर दिया ।और मामला टाल दिया था। लेकिन 10 दिन बाद ही उनकी हत्या कर दी गई ।जिससे पूरे परिवार में लोगों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया ।परिवार ने पूर्व प्रधान पर आरोप लगाया है। घटना के समय वीरेंद्र के साथ उनके बड़े भाई और साल भी थे वीरेंद्र अलग बाइक से थे ।जबकि बाइक भाई और साल दूसरी बाइक से उनके पीछे आ रहे थे जब प्रधान पति पर हमला हुआ तो दोनों वहीं खड़े थे। और उन्होंने आरोपियों को प्रत्यक्ष देखा। और मुश्किल से अपनी जान बचाई ।उन्होंने पुलिस को सारी घटना बताइए जिसके बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है ।घटना की जानकारी मिलने के बाद थाना पुलिस के साथ एसएसपी संजीव सुमन ,एसपी देहात पलाक बंसल ,सीओ खैर राजीव द्विवेदी समेत उन अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके साथ ही फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई ।और साथ जुटा इसके बाद पुलिस ने पंचायत नामा भरकर सब को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया ।मृतक वीरेंद्र कुमार अपने तीन भाइयों में सबसे छोटे थे ।घर पर उनकी पत्नी के साथ दो बच्चे भी हैं। जिसमें 14 साल की बेटी काजल और 11 साल का बेटा लवीश है ।घटना की जानकारी जब घर पर पहुंची तो कोहरा मच गया सभी का रो रो कर बुरा हाल हो गया। परिवार के लोग चीख पुकार प्रधान पर आरोप लगा रहे थे ।घटना के बाद गांव का माहौल बिगड़ गया। और दोनों पक्षों के फिर आमने-सामने आने की संभावना बन गई जिसके बाद एसपी संजीव सुमन ने तत्काल गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी ।क्षेत्रीय अधिकारीयों को निर्देश दिए गए ।कि लगातार गांव में निगरानी की जाए और माहौल न बिगड़ने दिया जाए रात भर दबिश देती रही ।पुलिस एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि प्रधान पति की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।प्रथम दृष्टिगत या चुनावी रंजिश का मामला सामने आ रहा है ।और पीड़ितों ने पूर्व प्रधान पर आरूप लगाया परिवार के लोगों से तहरीर के लिए जा रही है ।जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। तीन लोगों को हिरासत सत में लेकर पूछताछ की जा रही है ।अन्य लोगों की तलाश में तभी जारी है ।जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
अलीगढ़ में प्रधान के पति की गोली मारकर हत्या।
