भारत के एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) की अहमदाबाद विमान हादसे की जांच करने में मदद के लिए उच्च स्तरीय इंटरनेशनल एविएशन इन्वेस्टिगेटर्स और बोइंग के प्रतिनिधि अहमदाबाद पहुंच गए हैं। अहमदाबाद विमान हादसे में क्रू समेत 241 लोगों की मृत्यु हो गई थी। कई सूत्रों के हवाले से बताया गया कि जांच प्रतिनिधिमंडल में यूएस नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (एनटीएसबी), फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) और ब्रिटेन की सिविल एविएशन अथॉरिटी (सीएए) के अधिकारी शामिल हैं। इन्वेस्टिगेटर्स की जांच में भागीदारी ग्लोबल सिविल एविएशन नियमों, विशेष रूप से इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन (आईसीएओ) के अनुसार है, जो विमान के निर्माता देश और हादसे से पीड़ित देशों के बीच सहयोग को अनिवार्य बनाता है। हादसे के शिकार मृतकों में 53 ब्रिटिश नागरिक, सात पुर्तगाली, एक कनाडाई और 12 चालक दल के सदस्यों सहित 181 भारतीय नागरिक शामिल थे। एयर इंडिया की अहमदाबाद से लंदन जा रही एआई 171 उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे के एक दिन बाद विमान का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) यानी ब्लैकबॉक्स बरामद कर लिया गया था। इसमें विमान से जुड़ी सभी अहम जानकारियां होती हैं। इसके साथ ही कोकपिट वॉइस रिकॉर्डर भी बरामद कर लिया गया है। जांच में अमेरिकी इंजन आपूर्तिकर्ता जीई एयरोस्पेस के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे, जिसने भारत में जांच को प्राथमिकता देने के लिए अन्य कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा ने दुर्घटनास्थल और सिविल अस्पताल का दौरा किया, जहां पीड़ितों के शवों की पहचान की जा रही है। बाद में उन्होंने केंद्रीय और राज्य अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें राहत कार्यों की समीक्षा की गई और शोक संतप्त परिवारों की सहायता के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता दोहराई गई। पीएमओ के अधिकारी तरुण कपूर और मंगेश घिल्डियाल भी उनके साथ थे।
