ePaper

आरबीआई गवर्नर ने रेपो रेट के साथ किये कई बड़े एलान,

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा एमपीसी बैठक के फैसलों का एलान किया गया। इस बार भी रेपो रेट को स्थिर रखा गया है। इसके अलवा आरबीआई गवर्नर ने कहा कि आगामी वित्त वर्ष में देश की जीडीपी ग्रोथ में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। आरबीआई ने 2024 की पहली मॉनेटरी पॉलिसी का एलान कर दिया है। गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि कमेटी ने पॉलिसी दरों में किसी तरह के बदलाव न करने पर सहमति जताई है। यानी ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। आरबीआई ने रेपो रेट 6.50 प्रतिशत बरकार रखी है। भारतीय रिजर्व बैंक हर दो महीने में मॉनिटरी पॉलिसी पर तीन दिवसीय बैठक करता है। इसमें रेपो रेट के साथ कई और अहम निर्णय लिये जाते हैं।   गवर्नर दास ने कहा कि बैंकों और कॉरपोरेट्स की हेल्थी बैलेंस शीट और सरकार के निरंतर जोर के कारण निश्चित निवेश की संभावनाएं हैं। इसके बाद पूंजीगत व्यय यानी कैपेक्स में तेजी देखने को मिलेगी। हर दो महीने में एमपीसी बैठक होती है। अब अगली बैठक 3 से 5 अप्रैल 2024 के दौरान होगी।  आरबीआई की एमपीसी के एलान के बाद शेयर मार्केट में गिरावट देखने को मिली है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स 450 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी में 125 अंक गिरा है। आज आरबीआई गवर्नर ने बताया कि ऑफलाइन ई-रुपये के लिए जल्द ही केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) पायलट प्रोजेक्ट पेश किया जाएगा।  आरबीआई गवर्नर ने कहा कि  भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने से सप्लाई चेन पर असर पड़ रहा है। इससे कमोडिटी की कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। आरबीआई ने महंगाई के खिलाफ लड़ाई में मई 2022 से रेपो दर को संचयी रूप से 250 आधार अंक बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है। रेपो रट महंगाई को काबू करने के लिए किया जाता है। आरबीआई एमपीसी बैठक के फैसलों के एलान के बाद डॉलर के मुकाबले रुपया सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा में रुपया डॉलर के मुकाबले 82.94 पर खुला और डॉलर के मुकाबले 82.96 पर कारोबार कर रहा था। केंद्रीय बैंक ने लगातार छठी बार रेपो दर को 6.5 पीसी पर बरकरार रखा। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज कहा कि ग्रामीण मांग में तेजी जारी है वहीं शहरी खपत मजबूत बनी हुई है। इसके अलावा पूंजीगत व्यय में वृद्धि के कारण निवेश चक्र में तेजी आ रही है।

Instagram
WhatsApp