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उपजा के तत्वाधान में कृष्णांजलि नाट्यशाला में हुई संगोष्ठी

*भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के आदर्शो से प्ररेणा लें युवा – महापौर*
महामना मालवीय का देश के विकास में योगदान विषय पर संगोष्ठी
अलीगढ़ 24 फरवरी रजनी रावत। उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन उपजा के तत्वाधान में  राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी परिसर स्थित कृष्णांजलि नाट्यशाला में भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय का देश के विकास में योगदान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि महापौर प्रशांत सिंघल, एमएलसी डा. मानवेन्द्र प्रताप सिंह, पूर्व महापौर सावित्री वाष्र्णेय ने संयुक्त रूप् से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं उनके समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। उपजा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा संचालन वरिष्ठ पत्रकार पंकज धीरज ने किया।मुख्य अतिथि महापौर प्रशांत सिंघल ने युवाओं को आह्वाहन किया कि वे सत्य के मार्ग पर चलकर प्रगति करें और महामना मालवीय जी के आदर्शों से प्रेरणा लेकर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े। अच्छे कार्यों में महामना मालवीय की तरह परेशानिया तो आएगी लेकिन सत्य कभी पराजित नहीं हो सकता। मुख्य वक्ता एमएलसी डा. मानवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि समाज सेवा करनी है तो महामना मालवीय जी की तरह अहंकार छोडना होगा। मालवीय जी ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ काशी विश्वविद्यालय की स्थापना कर हजारों युवाओं को शिक्षित बनाकर आंदोलन का रूप् दिया। पूर्व महापौर सावित्री वाष्र्णेय ने कहा कि मालवीय जी मानव में ईश्वर के दर्शन करते थे। वह सहनशील और निष्कामभाव कर्मयोगी थे। शिक्षाविद् डाॅ गिर्राज किशोर ने महामना का जीवन परिचय सुनाते हुए कहा की वह पहले और अंतिम व्यक्ति थे जो कि महामना की उपाधी से विभूषित थे।
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