अलीगढ़ 8 अगस्त फैजल खान।
शाहजमल डबल टंकी के पास खान मोहम्मद आसिफ समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर एक मुशायरा का आयोजन किया गया जिसकी शुरुआत शमा रोशन कर के की गई मुशायरा की सदारत डॉक्टर इलियास नावेद गुन्नौरी साहब ने की और निजामत डॉक्टर बसीर अल हसन वफा नकवी ने की और मेहमाने एजाजी बाबर इलियास साहब थे कार्यक्रम की शुरुआत मौलाना फुजेल नकवी साहब ने कलाम ए पाक पढ़कर की नाते पाक अतीक सहर ने अपनी खूबसूरत आवाज में पेश की इस के बाद तमाम शायरों को खान मोहम्मद आसिफ और अब्दुल हमीद घोसी महानगर अध्यक्ष मनोज यादव ने पगड़ी और फूल माला से स्वागत किया जिसमें दूर-दराज से आए शायरों ने अपनी शानदार शायरी से समां बांध दिया : बाबर इलियास साहब ने पड़ा : तेरी तारीफ करना है कई लोगो की मजबूरी ये भूखे पेट वाले है तू दस्तरखान वाला है। मजाहिया शायर कलीम समर ने : अंगूर ,केले, सेब, अन्नास लाई मां ये सोच कर के बेटा मेरा फल ही खाएगा बेटे ने जब न खाए तो शौहर से बोली मां ये आप पर गया है ये चप्पल ही खाएगा ,शकील सिकंदराबाद: ने पड़ा जन्नत में मकाम अपना में लगे है अल्लाह की रहमत कमाने में लगे है , ऐ मौत रूक जा अभी हम अपनी मां के पाव दवाने में लगे है। अली यावर साहब ने पड़ा : बोझ गुरबत का उठाते हुए मर जाते आंख बच्चों से मिलते हुए मर जाते। अतीक सहर ने : किसी के दर्द को सीने में पाल रखा है यूं हम ने खुद को मुसीबत में डाल रखा है मोहम्मद ज़ाहिद खान साहब ने पढ़ा क्या बतलाऊं है कैसी पहचान मोहम्मद आसिफ की यारों के जिस्मों में रहती जान मोहम्मद आसिफ की देर रात तक चले इस मुशायरे में लोगो ने जम कर लुत्फ उठाया मुशायरे में इन शायरो ने शिरकत की मुसीर सागर,आमिर रजा,इरफान अंसारी,जावेद वारसी,मुजाहिद ,डाक्टर मसरूर,मंसूर आदाब,फतीन अशरफ आदि ने अपना कलाम पेश किए अंत में खान मोहम्मद आसिफ ने सब का शुक्रिया अदा किया