धमतरी,24 नवंबर
घरेलू गैस कनेक्शन में पारदर्शिता बरतने के लिए गैस कंपनियों द्वारा अब ई-केवाइसी कराया जा रहा है। इसके तहत अब घरेलू गैस कनेक्शन खरीदने वाले उपभोक्ताओं का ई-केवाइसी अनिवार्य हो गया है। ऐसा नहीं कराने वाले उपभोक्ताओं की बाद में परेशानी बढ़ सकती है, ऐसे में शहर में संचालित गैस एजेंसी कार्यालय में ई-केवाइसी कराने उपभोक्ताओं की भीड़ लग रही है। विभिन्न दस्तावेज लेकर शहर व गांवों से उपभोक्ता पहुंच रहे हैं, जिसका कर्मचारियों द्वारा ई-केवाइसी किया जा रहा है। जिले में गैस कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं की संख्या साढ़े तीन लाख से अधिक है।
जिला खाद्य विभाग धमतरी ने शासन के निर्देशानुसार जिलेभर के राशनकार्डधारियों के सभी सदस्यों का कुछ माह पहले ई-केवाइसी कराया। ठीक इसी तरह अब घरेलू गैस कनेक्शन खरीदने वाले उपभोक्ताओं का भी ई-केवाइसी कराया जा रहा है। इसके लिए रायपुर रोड स्थित श्री बालाजी एचपी गैस एजेंसी द्वारा भी उपभोक्ताओं का ई-केवाइसी प्रारंभ किया है, जहां उपभोक्ताओं की भीड़ लग रही है। निर्धारित समय तक उपभोक्ता ई-केवाइसी कराना चाह रहे हैं, ताकि बाद में उन्हें किसी तरह की दिक्कतें न हो।
श्री बालाजी एचपी गैस एजेंसी के संचालक हेतल संघवी ने बताया कि पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय से प्राप्त निर्देशों के अनुसार सभी आयल कंपनियों द्वारा एलपीजी उपभोक्ताओं का ई-केवायसी कार्य कराया जा रहा है। इसके तहत हिन्दूस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा धमतरी के श्री बालाजी एचपी गैस एजेंसी द्वारा भी ई-केवायसी कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। कार्यालीन समय में उपभोक्ता उपस्थित होकर ई केवायसी करा सकते हैं। इसके लिए कनेक्शनधारी को स्वयं उपस्थित होना अनिवार्य है, क्योंकि उनके अंगूठे के बायोमेट्रिक से ई-केवायसी होगा।
इन दस्तावेजों को लाना अनिवार्य
उपभोक्ताओं को गैस उपभोक्ता कार्ड, आधार कार्ड, बैंक पासबुक की कापी लाना अनिवार्य है। यह कार्य गैस एजेंसी में नि:शुल्क हो रहा है। ऐसे में सभी उपभोक्ता ई-केवायसी कराकर असुविधा से बचें। वहीं बुजुर्ग व बीमार उपभोक्ता जो चलने फिरने में असमर्थ है, उनके लिए डिलीवरी ब्वाय द्वारा घर पर ही ई-केवायसी कराने की सुविधा के लिए प्रयास किया जा रहा है। शेष उपभोक्ता अनिवार्य रुप से एजेंसी में आकर ई-केवायसी कराएं।
उल्लेखनीय है कि ई-केवायसी उज्वल्ला योजना अन्तर्गत गैस कनेक्शनधारियों एवं सामान्य घरेलू गैस कनेक्शनधारियों के लिए है। इसका उद्देश्य यह पता करना है कि एलपीजी कनेक्शन जिस नाम व पते पर है, उसका उपयोग उसी व्यक्ति या पते पर ही किया जा रहा है या नहीं। साथ ही शासन की योजनाओं के तहत सब्सिडी के मिलने वाले लाभ को और बेहतर तरीके से अनवरत प्रदान किये जाने व उपभोक्ताओं का डाटा अपटेड करना है।