मा0 जनपद प्रभारी मंत्री ने मोदी जी की मुहिम को जन जागरण बनाने का किया आव्हान पहलगाम आतंकी हमले में मृतकों को मौन धारण कर दी गई श्रद्धांजलि अलीगढ़ 29 अप्रैल मनीषा । देश में 1952, 1957, 1962 व 1967 में आम चुनावों के साथ ही सभी प्रदेशों के चुनाव संपन्न हुए। उत्तर प्रदेश में वर्ष 1967 में चौधरी चरण सिंह के नेतृत्व में बनी सरकार को 1969 में गिरा दिया गया। इसके बाद बिहार राज्य की विधानसभा भंग की गई। बाबा साहेब को भी नहीं पता था कि राजनेता एक चुनी हुई सरकार को भी भंग कर सकते हैं, इसीलिए उन्होंने एक देश-एक चुनाव के संबंध में कोई कानून नहीं बनाया। वर्ष 1969 से लेकर अब तक देश में चुनावों का ऐसा अनवरत दौर चल रहा है जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजनेता हों या अधिकारी या फिर आमजन उनको आए दिन किसी न किसी चुनाव का सामना करना पड़ता है, जिससे न केवल धन व समय अधिक लगता है बल्कि अधिकारी व कर्मचारी भी जनहित में अपनी क्षमता का पूरी तरह से सदुपयोग नहीं कर पाते हैं। उक्त उद्गार प्रदेश के मा0 गन्ना विकास एवं चीनी मिलें और जनपद प्रभारी मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कल्याण सिंह हैबीटेट सेंटर में व्यक्त किए, वह राष्ट्रवादी प्रबुद्ध नागरिक मंच के तत्वाधान में आयोजित वन नेशन-वन इलैक्शन पर मुख्य अतिथि के रूप में अपना संबोधन दे रहे थे। मा0 मंत्री जी ने कहा कि यह कोई पार्टी या सरकार का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि समाज के प्रबुद्धजनों- शिक्षक, चिकित्सक, अधिवक्तागण एवं विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली सामाजिक संस्थाओं द्वारा आयोजित कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि कोई भी कानून जब सफल होता है जब जनता उसे स्वीकार करती है और बुद्धिजीवियों की बात जनता न केवल सुनती है, बल्कि उस पर विश्वास भी करती है। उन्होंने कहा कि दुनियां में कई विकसित देश इस बात का उदाहरण हैं जहां एक देश-एक चुनाव की व्यवस्था लागू है। अगर आम चुनाव के साथ ही विधानसभाओं के भी चुनाव हों तो इस पर होने वाले खर्चे को 10 गुना तक कम किया जा सकता है। एक साथ चुनाव होने से न केवल सरकारी मशीनरी पर भार कम होगा बल्कि उसे जनसमस्याओं के निस्तारण के लिए भी अधिक समय मिलेगा। समय व संसाधनों की बचत के लिए हमारी सरकार ने एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया है, अब आप लोगों को इसे जनजागरण बनाना है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आज देश की आजादी के लिए आन्दोलन करने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान है उसी प्रकार एक देश-एक चुनाव की व्यवस्था लागू होने पर इसके लिए संघर्ष करने वाले प्रबुद्धजनों का भी सम्मान होगा। कार्यक्रम में मा0 अध्यक्ष श्रम एवं सन्निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड ठा0 रघुराज सिंह, कार्यक्रम अध्यक्ष सेवानिवृत्त डीन जेएनएमसी डा0 एससी शर्मा, विशिष्ट अतिथि जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह, कार्यक्रम संयोजक पीयूष दत्त शर्मा, उड़ान सोसाइटी से ज्ञानेन्द्र मिश्रा, मा0 पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं विधायक श्रीमती रामसखी कठेरिया, पूर्व जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह हिंडोल, विधि प्रकोठ जिलाध्यक्ष संजय चौधरी, ब्लॉक प्रमुख अकराबाद श्री राहुल सिंह, ब्लॉक प्रमुख धनीपुर पूजा दिवाकर, जिला महामंत्री शिव नारायण शर्मा, केहर सिंह, सुनील पाण्डेय समेत अन्य शिक्षक, चिकित्सक, जनप्रतिनिधिगणों ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन अवध सिंह बघेल द्वारा किया गया। अन्त में पहलगाम आतंकी हमले में मृतक हुए पर्यटकों की आत्मा की शांति के लिए मौन धारण कर उनको श्रद्धांजलि देकर कार्यक्रम का समापन किया गया। Share on FacebookTweetFollow usSave