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आईजीआरएस के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निराकरण सुनिश्चित किया जाए: जिलाधिकारी

अलीगढ़ 14 जुलाई रजनी रावत।
अलीगढ़ जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कलैक्ट्रेट सभागार में आईजीआरएस के माध्यम से प्राप्त शिकायतों, समस्याओं के गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध ढंग से निस्तारण न होने पर संबंधित विभागीय अधिकारियों के प्रति गहरी नाराजगी प्रकट की। डीएम ने कहा कि जन शिकायतों का समयबद्ध व गुणवत्तापरक निस्तारण शासन की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में है, ऐसे में इसमें लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समीक्षा बैठक में पाया गया कि नगर स्वास्थ्य अधिकारी के 84 प्रतिशत असंतुष्ट फ़ीडबैक हैं। वहीं जल कल के यहां 48 प्रतिशत रहे। डीएम ने शिकायतकर्ताओं से संवाद स्थापित करने के लिए सहायक नगर आयुक्त को सेल गठित करने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के चलते असंतुष्ट फ़ीडबैक की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसका सीधा असर जिले की रैंकिंग पर पड़ रहा है।
    जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक विभाग शिकायतों की स्थिति की नियमित मॉनीटरिंग करे और लंबित शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण सुनिश्चित करे। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि फीडबैक की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि शिकायतकर्ता संतुष्ट हो। जिलाधिकारी ने कहा कि रैंकिंग में सुधार लाने के लिए सभी विभागीय अधिकारी व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदारी लें और नियमित समीक्षा करें। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एडीएम वित्त प्रमोद कुमार ने बताया कि जून माह में प्रदेश स्तर पर जिले की 34 रैंक पाई गई है। उन्होंने बताया कि अधिशासी अधिकारी, अधिशासी अभियंता विद्युत, लोनिवि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, क्रीड़ा अधिकारी, पंचायतीराज अधिकारी, मंडी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, मुख्य सेविकाएं बाल विकास के यहां आईजीआरएस एवं सीएम हेल्पलाइन में शतप्रतिशत असंतोषजनक फ़ीडबैक रहा। बैठक में जिला स्तरीय विभागों के अधिकारीगण एवं आइजीआरएस नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
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