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पानीपत में हुआ भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का ” सूफ़ी संवाद ” महाअभियान कार्यक्रम

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने सूफ़ी उलेमाओं से संवाद के ज़रिये अपनी बात रखी और उनकी बात को सुना

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे द्वारा देश भर में चलाया जा रहा है। सूफी संवाद महाभियान कार्यक्रम

पानीपत : भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा जिले के प्रसिद्ध मदरसा गौस अली शाह, पानीपत में ” सूफी संवाद ” महाअभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने सूफ़ी उलेमाओं से संवाद के ज़रिये अपनी बात रखी और उनकी बात को सुना। सूफ़ी संवाद महाअभियान कार्यक्रम में बड़ी तादाद में सूफ़ी उलेमाओं और शेत्र के सम्मानित लोगों के शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं हरियाणा वक़्फ़ बोर्ड के प्रशासक चौधरी ज़ाकिर हुसैन ने की इस मौक़े पर मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एस. एम. अकरम, सूफी संवाद महाअभियान कार्यक्रम राष्ट्रीय प्रभारी डॉ. असलम सहित मोर्चा के पदाधिकारी मौजूद रहे। गौरतलब है कि बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे पी नड्डा के मार्गदर्शन में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा सूफी संवाद का कार्यक्रम देश के हर राज्य में चलाया जा रहा है। देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके लिए पार्टी इस बार मुस्लिम वोटरों को साधने की कोशिश कर रही है।

सूफी संवाद महाअभियान में शिरकत से पहले मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने दरगाह बू अली शाह कलन्दर पर चादर पोशी वा गुल पोशी की। देश की तरक्की और अमनो अमान के लिए दुवा की , जमाल सिद्दीकी ने कहा कि हमे चाहिए के मजारों और खानकाओं से फैज़ हासिल करें। अगर हम सही तरह से बुजुर्गों को बात को मानेंगे तो हम सब एक कामयाब जिंदगी गुजार सकते हैं। दरगाह प्रबंधन ने पगड़ी बाँधकर कर राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उनकी टीम का स्वागत किया।

सूफ़ी संवाद महाअभियान कार्यक्रम को लेकर भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने मीडिया को बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा से सूफी विचारधारा के प्रति विशेष प्रेम रखते रहे हैं। प्रधानमन्त्री का मानना है कि सूफीवाद एक नूर की तरह है, जो हिंसा से सहमी दुनिया को एक रोशनी दिखा सकती है। इस्लाम शांति का धर्म है और सूफी पंथ इसकी आत्मा है। जमाल सिद्दीक़ी ने बताया कि सूफी संवाद महाअभियान के ज़रिये दरगाहों और खानखानों की मांग और समस्याओं को भी सुना जाएगा और इसके बाद पार्टी केंद्र और राज्य सरकार तक उनकी मांगों को पहुंचाएगी. आगे आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव के पहले तक पार्टी की अल्पसंख्यक मोर्चा देश के सभी दरगाह और खानखाओं में जाकर भी संपर्क अभियान स्थापित करेगी।

 

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