बिहार में कानून-व्यवस्था को नए सिरे से सख्ती देने के लिए गृह मंत्री और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पूरी तरह एक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने साफ कर दिया है कि राज्य में अपराधियों के लिए अब कोई गुंजाइश नहीं बचेगी. सरकार ने अपराध रोकने के लिए बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजी, पुलिसिंग और टार्गेटेड एक्शन का कॉम्बिनेशन तैयार किया है. आने वाले दिनों में इसका असर पूरे राज्य में दिखेगा. सम्राट चौधरी ने साफ कर दिया है कि बिहार में लैंड, सैंड और लीकर माफिया अब बिहार छोड़ दें. लिहाजा इन पर एक्शन शुरू हो गया है. जिसका नतीजा है आज बिहार के आठ जिलों के जेलों में एक साथ छापेमारी का बड़ा एक्शन देखने को मिला है. जिनमें पटना, पूर्णिया, गयाजी, बेगूसराय, मोतिहारी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा जिले शामिल हैं. गृह विभाग संभालने और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सम्राट चौधरी के विभाग का एक्शन और भी तेज हो गया है. अब अपराध रोकने के लिए राज्य में बड़े पैमाने पर CCTV नेटवर्क स्थापित किया जा रहा है. ताकि पूरे राज्य की किलेबंदी की जा सके. आदेश है कि हर प्रमुख चौक, चौराहे, बाजार, हाईवे, संवेदनशील जगह और भीड़भाड़ वाले इलाके सभी जगहों को कैमरे से लैस किया जाए. सम्राट चौधरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी अपराधी कैमरों से बच नहीं पाएगा. कोर्ट के आदेश के बाद शराब, बालू और जमीन माफिया के खिलाफ जीरो टॉलरेंस एक्शन चलाया जाएगा. डीजीपी विनय कुमार ने ये पहले ही साफ कर चुके हैं कि राज्य पुलिस ने 400 कुख्यात अपराधियों की लिस्ट तैयार कर ली है. जिनकी अवैध संपत्ति और आपराधिक नेटवर्क का पूरा डोजियर तैयार कर कोर्ट को सौंप दिया गया है. अदालत इसकी समीक्षा कर रही है, जिसके बाद संपत्ति कुर्की और अपराधियों की गिरफ्तारी की कार्रवाई तेज होगी. जिस तरीके से राज्य सरकार अवैध कब्जों, अवैध संपत्ति अर्जित करने वालों के लिखाफ छापेमारी कर रही है. आज बिहार में आज जगह एक साथ छापेमारी की जा रही है. ऐसे में ये माना जा रहा है कि अब सम्राट चौधरी का बुल्डोजर एक्शन शुरू हो गया है. यह संकेत है कि आने वाले दिनों में बिहार में अपराध पर पूरी तरह नकेल कसने का प्रयास होगा.
