खगौल (शोएब कुरैशी) इस्लाम के आखरी पैगंबर हज़रत मुहम्मद (स) के पैदाईश के मौके पर मदरसा मदीनतुल उलूम (बड़ी खगौल) के बैनर तले जुलूस ए मुहम्मदी निकाला गया। इस जुलूस की जेरे सरपरस्ती जनाब अबु कैसर साहब (मदरसा के नाजिम आला), जेर सदारत सोहेल अख्तर साहब, जेरे हिमायत वकील (गुड्डू) साहब, जेरे कयादत हाफिज अजमत साहब, जेरे इनायत मो० एजाज उल हक साहब, निगरानी मो० नेसार, समाज सेवी आफताब रज़ा, मनव्वर और बड़ी खगौल के लोग कर रहे थे। जुलूस में मेहमान ए खुसूसी मौलाना अमानुल्लाह कादरी साहब थे। जिन्होंने अपनी तकरीर के जरिए लोगो को नबी की विलादात का मुबारकबाद पेश किया। खगौल के सैकड़ों लोग इस जुलूस में शामिल रहें। समाज सेवी आफताब रज़ा ने कहा हमारे नबी सिर्फ मुसलमानों के लिए ही नहीं बल्की पूरी दुनिया के लिए रहमत और अमन का पैगाम लेकर आए थें। हम अपनी किस्मत पर जितना नाज़ करे कम है। जुलूस के बाद दुआ की गई,
जिसमे नबी के रास्ते पर चलकर जिंदगी गुजारने और सच्चा आशिक-ए-रसूल बनकर रहने साथ हिंदुस्तान में अमन व सुकून कायम रहने की दुआ की गई।