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बिहार में संचरण प्रणाली के सुदृढ़ीकरण हेतु तीन नई योजनाओं को मिली मंजूरी

प्रगति यात्रा के दौरान माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने की थी घोषणा
पटना, 10 जनवरी 2025: बिहार राज्य मंत्रिपरिषद् ने माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं के तहत राज्य की विद्युत संचरण प्रणाली को सुदृढ़ और आधुनिक बनाने के लिए तीन महत्वपूर्ण योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है। इन योजनाओं का उद्देश्य राज्य में निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना है, जिससे न केवल आम उपभोक्ताओं को लाभ होगा, बल्कि औद्योगिक विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
*स्वीकृत योजनाएं*
वैशाली जिले के महुआ अनुमंडल में 2×80 एमभीए क्षमता वाली ग्रिड सब-स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही 132 केभी ताजपुर-महुआ संचरण लाइन और हाजीपुर (नया)-समस्तीपुर के एक सर्किट का महुआ में एल०आई०एल०ओ० (LILO) एवं ताजपुर में 132 केभी के दो लाईन ‘बे’ का निर्माण किया जाएगा। इस योजना के लिए ₹157.01 करोड़ की स्वीकृति दी गई है।
वर्तमान में महुआ अनुमंडल के क्षेत्र को मुख्यतः जन्दाहा ग्रिड सबस्टेशन से विद्युत आपूर्ति की जाती है। इस कारण महुआ अनुमंडल में स्थित पावर सबस्टेशन के लाइन की लंबाई अधिक होने की वजह से गुणवत्तापूर्ण एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही थी। उक्त ग्रिड सबस्टेशन के निर्माण के पश्चात महुआ अनुमंडल एवं आसपास के क्षेत्रों में बाधारहित व गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी।
पश्चिमी चंपारण जिले के मझौलिया प्रखंड अंतर्गत अमवामन (सेनुवरिया) में 2×80 एमभीए क्षमता वाली 132/33 केभी ग्रिड सब-स्टेशन का निर्माण और 132 केभी डबल सर्किट रक्सौल-अमवामन संचरण लाइन का निर्माण होगा। इसके अलावा मोतिहारी-बेतिया सिंगल सर्किट संचरण लाइन को अमवामन में एल०आई०एल०ओ० (LILO) एवं ग्रिड उपकेंद्र रक्सौल में 132 केभी के दो लाईन ‘बे’ का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना के लिए ₹148.49 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है।
ज्ञात हो कि दिनांक 23 दिसंबर 2024 को प्रगति यात्रा के पहले चरण में पश्चिम चंपारण के भ्रमण के दौरान माननीय मुख्यमंत्री द्वारा अमवामन/रूलही में पावरग्रिड निर्माण की घोषणा की गई थी।
सीतामढ़ी जिले के मेजरगंज प्रखंड में 2×80 एमभीए क्षमता की 132/33 केभी ग्रिड सब-स्टेशन और 132 केभी डबल सर्किट मेजरगंज-शिवहर संचरण लाइन का निर्माण होगा। इसके साथ ही सीतामढ़ी-ढ़ाका सिंगल सर्किट संचरण लाइन को मेजरगंज ग्रिड में एल०आई०एल०ओ० (LILO) एवं ग्रिड उपकेंद्र शिवहर में 132 केभी के दो लाईन ‘बे’ का निर्माण किया जाएगा। इस योजना के लिए ₹162.73 करोड़ की स्वीकृति दी गई है।
वर्तमान में इस क्षेत्र को मुख्यतः सीतामढ़ी ग्रिड सबस्टेशन से विद्युत आपूर्ति की जाती है जिसकी वजह से बेतिया अनुमंडल में स्थित पावर सबस्टेशन की लाईन अधिक लंबी है जिससे उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति करने में दिक्कतें आ रही हैं।
इन तीनों योजनाओं के तहत कुल राशि का 20% राज्य सरकार द्वारा पूंजीगत निवेश के रूप में और शेष 80% राशि विभिन्न वित्तीय संस्थानों से ऋण के माध्यम से राज्य सरकार की गारंटी पर प्राप्त की जाएगी।
माननीय ऊर्जा मंत्री श्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार में बिजली आपूर्ति व्यवस्था को बेहतर और अधिक प्रभावी बनाने के दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम है। ये परियोजनाएं न केवल बिजली आपूर्ति को मजबूत करेंगी बल्कि औद्योगिक और आर्थिक विकास को भी गति प्रदान करेंगी। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य सरकार बिहार को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
ऊर्जा विभाग के सचिव एवं सीएमडी बीएसपीएचसीएल श्री पंकज कुमार पाल ने कहा कि इन योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए समयबद्ध ढंग से कार्य किया जाएगा। राज्य की संचरण प्रणाली में सुधार के लिए यह एक बड़ी पहल है, जिससे जनता को गुणवत्तापूर्ण और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
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