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माननीय प्रधानमंत्री ने सिलीगुड़ी से 4500 करोड़ रुपये से अधिक के रेल और सड़क क्षेत्र की कई विकासात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण किया

जोरहाट से असम में 1328 करोड़ रुपये की लागत वाली दो रेल परियोजनाओं का लोकार्पण

 

मालीगांव, 09 मार्च, 2024:

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल से 4500 करोड़ रुपये से अधिक के रेल और सड़क क्षेत्र की कई विकासात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण किया।प्रधानमंत्री उत्तर बंगाल और इसके आस-पास क्षेत्र के लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए 438.77 कि.मी. रेल लाईनों के कई विद्युतीकृत परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं में एकलाखी-बालुरघाट सेक्शन; बारसोई – राधिकापुर सेक्शन; रानीनगर जलपाईगुड़ी – हल्दीबाड़ी सेक्शन; सिलीगुड़ी – आलुआबाड़ी सेक्शन वाया बागडोगरा और सिलीगुड़ी – सेवक – अलीपुरद्वार जंक्शन – सामुकतला सेक्शन (अलीपुरद्वार जंक्शन – न्यू कोचबिहार सहित) शामिल हैं।

माननीय प्रधानमंत्री मनिग्राम – निमतिता सेक्शन में रेल लाइन के दोहरीकरण और न्यू जलपाईगुड़ी में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सहित आमबाड़ी फालाकाटा – आलुआबाड़ी में स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग परियोजना सहित अन्य महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने सिलीगुड़ी और राधिकापुर के बीच एक नई यात्री ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाई। इस सेक्शन में रेल लाइनों के दोहरीकरण थर्मल पावर प्लांटों के लिए कोयला रेक की आवाजाही को सुविधा प्रदान करेंगे। ये रेल परियोजनाएं रेल संपर्क में सुधार लाएगी एवं माल परिवहन को सुविधाजनक बनाएंगी और क्षेत्र में रोजगार सृजन एवं आर्थिक विकास में योगदान देंगी।

            इससे पहले, प्रधानमंत्री ने जोरहाट से असम में 70.59 कि.मी. रेल लाईनों की दो रेल दोहरीकृत परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया।  न्यू बंगाईगांव – गोवालपाड़ा – कामाख्या दोहरीकरण परियोजना का हिस्सा धूपधरा – छयगांव सेक्शन दोहरीकृत और न्यू बंगाईगांव – रंगिया – आगियाठरी दोहरीकरण परियोजना का हिस्सा न्यू बंगाईगांव – सरभोग सेक्शन के दोहरीकृत लाईन को राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं को 1328 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया। ये परियोजनाएं दोनों रेल सेक्शनों में भीड़-भाड़ को कम करने और ट्रेन सेवाओं की सुचारू आवाजाही में सहयोग करेंगी। मालगाड़ियों की आवाजाही बढ़ने से क्षेत्र के लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास को भी भारी बढ़ावा मिलेगा।

            इस अवसर पर बोलते हुए, प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि पश्चिम बंगाल का उत्तरी भाग पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार है और पड़ोसी देशों के साथ वाणिज्यिक माध्यम का सृजन करेगा। उन्होंने आधुनिक रेल और सड़क बुनियादी संरचना की आवश्यकता पर जोर दिया और एकलाखी – बालुरघाट, रानीनगर जलपाईगुड़ी – हल्दीबाड़ी और सिलीगुड़ी – आलुआबाड़ी सेक्शनों पर रेल लाइनों के विद्युतीकरण कार्यों के पूरा होने से उत्तर एवं दक्षिण दिनाजपुर, कोचबिहार और जलपाईगुड़ी जिलों के क्षेत्रों में ट्रेनों की गति बढ़ेगी, जबकि सिलीगुड़ी – सामुकतला मार्ग पर निकटवर्ती वन क्षेत्रों में प्रदूषण कम होगा। उन्होंने कहा कि बारसोई-राधिकापुर सेक्शन के विद्युतीकरण से बिहार और पश्चिम बंगाल दोनों को लाभ होगा। पीएम मोदी ने राधिकापुर और सिलीगुड़ी के बीच नई ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में रेलवे के मजबूत होने से विकास की नई संभावनाओं को गति मिलेगी और आम लोगों का जीवन-यापन सुगम होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि कनेक्टिविटी में अधिक निवेश के साथ विकास कार्यों की समान गति को बनाए रखने और अन्य हिस्सों की तरह हाई स्पीड ट्रेनों की शुरूआत के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।  उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि न्यू जलपाईगुड़ी से ढाका छावनी के बीच मिताली एक्सप्रेस की शुरुआत के साथ बांग्लादेश के साथ रेल कनेक्टिविटी शुरू हो गई है और भारत एवं बांग्लादेश दोनों की सरकारों ने राधिकापुर तक ऐसी कनेक्टिविटी को और बढ़ाने पर जोर दिया है।

            विभिन्न रेल परियोजनाओं के साथ, प्रधानमंत्री ने उत्तर बंगाल में दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया, असम में कई विकासात्मक और बुनियादी संरचना वाली परियोजनाओं की आधारशिला रखी और मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में कई विकास परियोजनाओं का वर्चुअली उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास किया।

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