अलीगढ़ 27 फरवरी रजनी रावत।अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के जिला कार्यालय स्थित अलीगढ़ गोंडा रोड पींजरी पैंठ पर स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद जी के बलिदान दिवस पर मौजूद सभी ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि व किया नमन वही समिति के जिलाध्यक्ष व भारतीय किसान यूनियन टिकैत के मंडल प्रवक्ता चौधरी सत्यवीर सिंह सत्तो ने कहा चंद्रशेखर आजाद ने 15 वर्ष की आयु में गांधी जी के असहयोग आंदोलन में हिस्सा लिया। रामप्रसाद बिस्मिल, भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव इनके प्रमुख सहयोगी थे। 9 अगस्त 1925 को हुई काकोरी लूट में आजाद ने अहम् भूमिका निभाई। उन्होंने सन 1928 में लाला लाजपत राय के कातिल सॉन्डर्स की हत्या की थी। आज़ाद ने कसम खाई थी कि वह ब्रिटिश सरकार के हांथों कभी भी गिरफ्तार नहीं होंगे। 27 फ़रवरी 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में ब्रिटिश सेना ने इन्हें घेर लिया। ब्रिटिश सेना का बहादुरी से सामना करते हुए आखिरी गोली उन्होंने स्वयं को मार ली। भारत देश के इस महान सपूत का नाम इतिहास में स्वर्ण अक्षरों मे अंकित रहेगा।वह कहते थे
आजाद थे, आजाद हैं, आजाद ही रहेंगे के उदघोष के साथ युवाओं के हृदय में आजादी की अलख जलाने वाले,वीरता व साहस के पर्याय, अमर क्रांतिकारी #चंद्रशेखरआज़ाद जी के बलिदान दिवस पर कोटि-कोटि नमन।
इस मौके पर धर्मवीर सिंह नरेंद्र कुमार कालीचरण पुनीत चौधरी पूर्व प्रधान रामदास सिंह अर्जुन सिंह फौजी वकील सिंह रूपेंद्र जैन डॉ राजेंद्र कुमार शर्मा योगेश जैन सज्जन बाबा अरुण सिंह आदि लोग मौजूद थे