मो० बरकतुल्लाह राही
अरवल-03सितंबर:शैक्षिक भ्रमण का शिक्षा के क्षेत्र में, अपना विशेष महत्व है| शैक्षिक भ्रमण से हम प्रकृति की सुन्दरता से रु-बू-रु होते हैं| मानव सुंदर कलाकृतियों से परिचित होकर इतिहास को पूर्ण रूप से जानते हैं, जिससे ज्ञान की वृद्धि होती है| बिहार सरकार के द्वारा अभी हाल फिलहाल में बदले गए काकोलत कि रूपरेखा को देखने के लिए ग्रेविटी टूटोरियल्स कोचिंग संस्थान से, अरवल चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के उपाध्यक्ष सह मिडिया प्रभारी अंगद कुमार के हाथों, छात्रों से भरी बस को हरी झंडी दिखाकर परिभ्रमण के लिए रवाना किया गया, इस अवसर पर उन्होंने छात्रों को दो टूक में यह कहा कि शैक्षिक भ्रमण को हम परोक्ष नहीं बल्कि प्रत्यक्ष रूप से देखते हैं, जिससे ज्ञान स्थायी होते हैं, साथ ही साथ रासानुभूति की भी प्राप्ति होती है और नयन सुख की प्राप्ति तो होती ही है| मनोरंजन के माध्यम से सीखना शिक्षा का सबसे अच्छा माध्यम है| छात्रों को नियमित शैक्षिक भ्रमण पर ले जाने से, जहाँ पर छात्र खुले वातावरण में शिक्षा को अपने वेक्तिगत अनुभवों से परिभाषित करते हैं| इस अवसर पर ग्रेवीटी टुटोरियल्स संस्थान के मैनेजिंग डाइरेक्टर संजीव कुमार सोनी, प्रबंधक कमल नयन, शिक्षक जितेश कुमार, ओमकार कुमार, जनक कुमार, मो0 मकशुद खान इत्यादि उपस्थिति थे।