बदायूं 10 सितम्बर विनोद शर्मा।जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार के निर्देशों के क्रम में जिला महिला अस्पताल के ओपीडी वार्ड में एकत्रित महिलाओं के साथ दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का आयोजन किया गया,जिसका उद्देश्य निरक्षर बलिकाओं को साक्षरता की ओर प्रेरित करना एवं शिक्षा के प्रति जागरूक करना था उक्त कार्यक्रम का संचालन प्रतीक्षा मिश्रा केंद्र प्रशासक वन स्टॉप सेंटर बदायूं द्वारा किया गया प्रतीक्षा मिश्रा ने सभी को शिक्षित महिलाओ व बालिकाओं का समाज में क्या स्थान व महत्व है पर प्रकाश डालते हुए कहा कि *यदि एक बेटा शिक्षित होता है तो वह अकेला ही शिक्षित होता है औऱ यदि एक़ बेटी शिक्षित होती हैं तो सात पीढ़ियां* शिक्षित होती है इसलिए शिक्षा बेटियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है, शिक्षा एक ऐसा इकलौता शस्त्र है जिससे बेटियां किसी को भी पराजित कर सकती हैं पहले के ज़माने में हम तलवारों औऱ तीर कमानो से युद्ध करते थे तो भी जीत औऱ हार निश्चिंत नहीं थी लेकिन आज के ज़माने में यदि हम महिला शिक्षित है तो उसकी जीत निश्चित है, बेटियों का शिक्षित होना समाज के उत्थान के लिए अतिआवश्यक है महिला साक्षरता पुरुषो की तुलना में लगभग 21% कम है, जो कि बालिकाओं को आगे बढ़ने में अवरोध है उन्होंने उपस्थित बालिकाओं व महिलाओं से ही शिक्षा ग्रहण न करने के कारणों को भी जाना जिसमें आर्थिक कमजोरी मुख्य रूप से निकलकर सामने आयी जिस पर उपस्थित बालिकाओं को विभाग द्वारा संचालित कन्या सुमंगला योजना को विस्तृत रूप से समझाया जिसमें वर्तमान में 25000/ की धनराशि छः श्रेणी में विभाजित की गई है उसके पश्चात रुचि पटेल कैसे वर्कर उपस्थित बलिकाओं व उनकी माताओं को शिक्षा के प्रति अग्रसित करते हुए प्रेरित किया उन्होंने कहा कि बेटी की शादी के लिए दहेज़ इकठ्ठा न करो,सोने चांदी के आभूषण न पहनो लेकिन बेटियों को शिक्षित आवश्य करिये क्योकी बेटी यदि शिक्षित होगी सफल होंगी तो वह विपरीत परिस्थिति का भी सामना कर सकेंगी एवं गरीब बालिकाओं को स्पॉन्सरशिप योजना की विस्तृत जानकारी भी दी, इसी क्रम में डोली मनोवैज्ञानिक सामाजिक परामर्शदाता वन स्टॉप सेंटर ने भी उपस्थित बालिकाओं को विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं व समस्त हेल्पलाइन 1098, चाइल्ड हेल्पलाइन, 181 महिला हेल्पलाइन, 112 पुलिस हेल्पलाइन, 102,108 एम्बुलेंस सहायता इत्यादि की जानकारी दी उन्होंने वन स्टॉप सेंटर जो पीड़ित महिलाओं व बलिकाओं के लिए समस्याएं अनेक समाधान एक है की विस्तृत जानकारी दी गई
Related Posts
खेत में चरने के लिए गई सोलह बेजुवान जानवरो की हुई मौत
बेजुवान बकरियों को चराने के लिए गया चारावाहा हुई परेशान हाथरस से (आरिफ खान) कि रिपोर्ट /हसायन विकासखंड क्षेत्र की…
जितनी गहराई उतना अधिक होगा उत्पादन: जिला गन्ना अधिकारी
बरेली, 05 जनवरी कंपकंपाती ठंड व कोहरे के बीच किसान अपने खेत में गन्ने की बुवाई कर चुका है, लेकिन…
रांची में भारत-इंग्लैंड टेस्ट मैच 23 से, टिकटों की ऑफलाइन बिक्री 20 से
रांची, 19 फ़रवरी रांची के झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए) स्टेडियम में 23 से 27 फरवरी तक भारत और इंग्लैंड…