गोरखपुर, 20 अगस्त, 2024 : अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड श्रीमती जया वर्मा सिन्हा ने 20 अगस्त, 2024 को कुम्भ मेला-2025 की तैयारियों की समीक्षा के लिये प्रयागराज जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन, प्रयाग जंक्शन, प्रयागराज संगम, प्रयागराज रामबाग एवं झूसी स्टेशनों तथा गंगा नदी पर पुल संख्या 111 का गहन निरीक्षण किया। इसी क्रम में, प्रयागराज जंक्शन पर निरीक्षण के क्रम में वहाँ स्थापित कंट्रोल टावर से क्राउड मैनेजमेंट प्लान के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। इसके उपरांत प्रयागराज जंक्शन स्टेशन के क्रू एंड गार्ड लाबी के काउंसलिंग कक्ष में प्रेस वार्ता की। इस निरीक्षण में उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबन्धक, श्री उपेन्द्र चन्द्र जोशी; उत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक, श्री शोभन चौधुरी; पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबन्धक सुश्री सौम्या माथुर; मंडल रेल प्रबन्धक/प्रयागराज श्री हिमांशु बडोनी; मंडल रेल प्रबन्धक, लखनऊ/उत्तर रेलवे श्री एस.एम. शर्मा एवं मंडल रेल प्रबन्धक, वाराणसी/पूर्वाेत्तर रेलवे श्री विनीत कुमार श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।
कुम्भ मेला-2025 के दौरान आने वाले श्रद्धालु प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी, नैनी, प्रयाग जंक्शन और सूबेदारगंज, प्रयागराज रामबाग, झूसी, प्रयागराज जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन, रेलवे स्टेशन से यात्रा करेंगे। अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने निरीक्षण के दौरान इन सभी स्टेशनों पर यात्रियों के लिए सुरक्षा और सुविधाओं का इंतजाम, वैकल्पिक योजनाओं एवं निर्माणाधीन कार्यों का जायजा भी लिया और आवश्यक निदेश भी दिये।
इस दौरान उन्होने कंट्रोल टावर में ज्यादा से ज्यादा स्क्रीन लगाने का निर्देश दिया और कंट्रोल टावर के ओवरऑल इंचार्ज के बारे में भी पूछने के साथ ही स्नान दिवसों पर सिंगल कमांड के विषय में भी बात की। इस दौरान अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने उच्च गुणवत्ता वाले इक्विपमेंट से अनाउंसमेंट के निर्देश भी दिये।
प्रेस वार्ता के दौरान अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने बताया कि कुम्भ मेला-2025 के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कुम्भ मेला के दौरान रेलवे श्रद्धालुओं की यात्रा को सुखद बनाने के लिए 900 से अधिक विशेष गाड़ियाँ चलाने की योजना पर कार्य कर रहा है। अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने कहा कि रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत किया जा रहा है महाकुम्भ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षित आवाजाही के लिये रेलवे ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों के साथ मिलकर मूवमेंट प्लान तैयार किया है। प्रयागराज जंक्शन स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किया जा रहा है। सिविल लाइंस साइड का पुनर्निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और महाकुम्भ से पहले इसे पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही, अगले दो वर्षों में सिटी साइड का निर्माण कार्य भी पूरा हो जाएगा। इन सभी तैयारियों के साथ, रेलवे महाकुम्भ 2025 के आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
उत्तर मध्य रेलवे के प्रधान कार्यालय में अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने रेलवे के उच्च अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में कुम्भ मेला-2025 विषय पर गहन चर्चा की। महाकुम्भ के दौरान 30 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रयागराज और आसपास के रेलवे स्टेशनों के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती प्रदान की जा रही है। नए अंडरपास और ओवरब्रिज का निर्माण भी किया जा रहा है, ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
कुम्भ मेला में देश के हर राज्य और हर कोने से लोग आते हैं और पूरी दुनिया के सैकड़ों देशों से भी लोग यहाँ इस भव्य आयोजन के दर्शन के लिए पहुँचते है। अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड के साथ बैठक में रेलवे अधिकारियों ने इन सभी सम्भावनाओं के बीच योजनाएँ रखी और चर्चा की गयी। कुम्भ मेला-2025 के दौरान भीड़ प्रबन्धन के लिए कितने कर्मचारियों की आवश्यकता होगी और आपात स्थिति में कैसे कार्य किया जाएगा इस पर भी चर्चा की गई।
निरीक्षण के क्रम में अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड श्रीमती जया वर्मा सिन्हा ने पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबन्धक सुश्री सौम्या माथुर के साथ प्रयागराज के संगम में लगने वाले आगामी महाकुम्भ-2025 मेला में यात्रियों की सुविधा हेतु किए जाने वाले कार्यों एवं कार्ययोजना का निरीक्षण कर कार्य की प्रगति देखी। इस क्रम में, अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने पूर्वोत्तर रेलवे के प्रयागराज रामबाग एवं झूसी स्टेशनों का निरीक्षण किया और आगामी कुम्भ मेले में आने वाले अनुमानित यात्रियों की सुविधा हेतु अतिरिक्त आश्रय स्थल, आवागमन प्लान, पैदल उपरिगामी पुल, विश्रामालय, प्रसाधन केंद्र, बुकिंग काउन्टर, खान-पान स्टाल, वाटर बूथ, विद्युत प्रकाश व्यवस्था, एनाउंसमेंट, सी.सी.टी.वी. कैमरे एवं निगरानी हेतु कंट्रोल रूम, मेडिकल बूथ एवं सुरक्षा चौकी का निरीक्षण किया और किये गए कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने शेष बचे हुये विकास कार्यों का वर्क प्लान नक्शे के माध्यम से समझा और कुछ आवश्यक सुधारों के साथ सम्बन्धित को सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने का निर्देश दिया।