अलीगढ़ 3 अप्रैल :मनीषा।
बफ्फ बोर्ड के पास बेशुमार संपत्ति है। इसके बाद भी ना तो किसी को वेतन दिया जाता है। और ना ही किसी को भत्ता मिलता है। इसमें कहीं ना कहीं मामला गड़बड़ है। इसलिए इसमें सुधार की आवश्यकता है। यह बातें बिहार के राज्यपाल मोहम्मद आरिफ ने अलीगढ़ में कहीं। यह बातें बिहार के राज्यपाल मोहम्मद आरिफ ने अलीगढ़ के इगलास में मीडिया से बातचीत में कहीं, वह आज यहां मंगलायतन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होने आए थे।
वफ्फ से पूछा कितनी महिलाओं को भत्ता दिया, नहीं मिला जवाब। मोहम्मद आरिफ दोपहर में मंगलायतन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में पहुंचे उन्होंने टॉपर्स को मेडल और डिग्रियां और बाटीं, कार्यक्रम के बाद वफ्फ बिल पर पत्रकारों से बातचीत की, उन्होंने कहा 1986 में मुस्लिम वूमेन प्रोटेक्शन एक्ट लाया गया था। तब से यह प्रावधान किया गया की तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं को वफ्फ से गुजारा भत्ता दिया जाएगा। एक्ट लागू होने के बाद लगातार 2 साल संसद में प्रश्न किया गया कि, कितनी महिलाओं को वफ्फ से भत्ता दिया गया। लेकिन मुझे जवाब नहीं मिला।वफ्फ के कर्मचारियों को वेतन और भत्ता नहीं दिया जाता।मोहम्मद आरिफ ने कहा वफ्फ के पास इतनी संपत्ति है, फिर भी किसी महिला की मदद नहीं की जाती, इतनी संपत्ति होने के बाद भी वफ्फ के कर्मचारियों को वेतन व भत्ता नहीं दिया जाता है। इस पर आत्मं मंथन करने की आवश्यकता है।विवेकानंद की बातों को ध्यान में रखकर आगे बढ़े। उन्होंने दीक्षा समारोह में छात्रों से कहा आज वह डिग्री लेकर यूनिवर्सिटी से निकलकर दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं। देश-विदेश में जाकर नौकरी करेंगे। इस बात को ध्यान में रखें कि स्वामी विवेकानंद की धरती है हर युवा स्वामी विवेकानंद के बताए आदर्शो को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ेंगे, तो निश्चित तौर पर सफलता उन्हें मिलेगी, और वह देश का भी नाम रोशन करेंगे।