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मजदूर-किसानों के खून-पसीने की गाढ़ी कमाई को अडानी-अंबानी को लुटाने नहीँ देंगे – दीपंकर भट्टाचार्य

*बिहार में होगा बदलाव, बनेगी इंडिया गठबंधन सरकार*
 *वे कहते हैं घर-घर मोदी, हम कहते हैं घर-घर नौकरी*
मो बरकतुल्लाह राही
अरवल,05 नवंबर:भाकपा(माले) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने आज अरवल के कलेर, उसरी और तेलपा की चुनावी सभाओं में इंडिया गठबंधन के भाकपा (माले) प्रत्याशी महानन्द सिंह को भारी मतों से जिताने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता बिहार में एनडीए का चुनाव प्रचार करने आ रही हैं. दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले उन्होंने प्रवासी बिहारी मजदूरों से ‘जहां झुग्गी, वहीं मकान’ का वादा किया था. इसी नाम पर उन्होंने बिहारियों का वोट लिया. आज वह दिल्ली से उनको भगाने में लगी हुई हैं. अब उनका नारा है ‘जहां झुग्गी, वहीं बुलडोजर’. मोदी जी ने भी कहा था कि 2022 तक कोई गरीब बेघर नहीँ रहेगा. इन दिनों से पूछा जाना चाहिए कि उनके वायदों व नारों का क्या हुआ?
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि पिछले 20 सालों से पटना और सालों से दिल्ली में एनडीए की सरकार है. लेकिन इस चुनाव में वे या तो 20 साल पहले बिहार में जंगलराज की बात करते हैं या 20 साल आगे विकसित बिहार का सब्जबाग दिखाते हैं. वे इस बात का जवाब नहीँ देते कि उनके राज में बिहार में गरीबी, बेरोजगारी, पलायन और कर्ज का बोझ बढ़ा है, शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट हो चुकी है और भ्रष्टाचार का बोलबाला है.
उन्होंने कहा कि कल ही आरा के पूर्व सांसद व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री रहे आरके सिंह ने सरकार पर अडानी के साथ मिलकर 62000 लाख रूपये के घोटाले की बात कही है और उसके सीबीआई जांच की है. यह मामला केवल अडानी को 1 रूपये की क़ीमत पर 1050 एकड़ जमीन देने का तो है ही, सारः ही 6 रूपये प्रति यूनिट की दर से महंगी बिजली खरीदने के समझौते का भी है.
उन्होंने कहा कि भाजपा-जदयू अतीत के किसी कथित
जंगल राज की बात करती है लेकिन चुनाव के दौर में दरौदा में ए एसआई अनिरुद्ध पासवान और मोकामा में  दुलारचंद यादव की हत्या ‘महाजंगल राज’ नहीं तो और क्या है?
उन्होंने कहा कि मोदी जी बिहार के बेरोजगारों का मजाक उड़ा रहे है. पहले पकौड़ा तलने की बात किये और अब रील बनाने और मस्त रहने का नुस्खा दे रहे हैं. इंडिया गठबंधन सरकार ने ज़ब हर परिवार में एक पक्की नौकरी और सुनिश्चित रोजगार देने की बात की तो कहते हैं पैसा कहां से लाओगे. भूमिहीनों के आवास के लिए जमीन की मांग की जाती थी तो कहते थे जमीन कहां है? आज अडानी को मुफ्त देने के लिए जमीन कहां से आ गयी. हम गरीबों के खून-पसीने की कमाई को अडानी को लुटाने नहीँ देंगे.
उन्होंने कहा कि भाजपा-जदयू वाले अगर यह सोचते हैं कि चुनाव से ठीक पहले महिलाओं को 10 हजार रूपये देकर उनका वोट ठग लेंगे तो वे मुगालते में हैं
महिलाएं दस हजार में दम नहीँ, कर्ज मुक्ति से कम नहीं का नारा लगा रही हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार न बिका है न बिकेगा, लड़ा है,लड़ेगा और जीतेगा.
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के संविधान ने हमें एक वोट देने का जो अधिकार दिया है, एसआईआर उसी मतधिकार पर हमला था. हम उसके खिलाफ लड़े.
उन्होंने कहा कि आज ललन सिंह और सम्राट चौधरी जैसे नेता अपने गुगाँ के जरिये खुलेआम गरीबों को वोट देने से रोकने का ऐलान कर रहे है. वोटचोरी भी हो रही है और उम्मीदवारों व मतदाताओं को धमकया भी जा रहा है. ऐसी ताकतों से भी निबटना है.
उन्होंने रोजगार व आरक्षण समेत अपने सारे हक-अधिकारों को हासिल करने के लिए इंडिया गठबंधन की सरकार बनाने की जोरदार अपील करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार का संकल्प है – पलायन की मार, बेरोजगारी और गरीबी को दूर करना. वे घर-घर मोदी कहते थे, हम घर-घर नौकरी कह रहे है.
इंडिया गठबंधन के भाकपा(माले) प्रत्याशी महानन्द सिंह ने कहा कि
भाजपा आदर्श चुनाव आचार संहिता की खुलेआम धज्जियां उड़ा रही है. अरवल की धरती है जहां लोगों ने अपना खून बहाकर विकास का रास्ता खोला है. 20 साल के भाजपा-जदयू राज में गरीबी बढ़ी है, भ्रष्टाचार चरम पर है, स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधायें बर्बाद हो चुकी हैं. हमारी सरकार बनी तो 5 सालों का काम 5 महीने में होगा इसलिए पिछले बार से दुगुने अंतर से जीत हासिल करना है.
इन सभाओं को राजद नेताओं जगजीवन राम, सबा करीम, बीरबल यादव, मंटू पटेल, राजुरंजन पासवान, भाकपा(माले) के उपेंद्र पासवान, कांग्रेस नेता नईम, जिला पार्षद शाह शाद ऐपवा नेत्री गीता मंडल व रीता वर्णवाल समेत इंडिया गठबंधन नेताओं ने भी संबोधित किया.
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