प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया मुहिम के 10 साल पूरे होने पर कहा कि पिछले एक दशक के सफर में हम एक ऐसी यात्रा के साक्षी रहे जिसने अनगिनत लोगों के जीवन को छुआ और सशक्तिकरण के एक नए युग की शुरुआत की है. आज का दिन ऐतिहासिक है क्योंकि हम डिजिटल इंडिया के 10 साल मना रहे हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने एक पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा, “आज एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि हम डिजिटल इंडिया के 10 साल मना रहे हैं. आज से 10 साल पहले, डिजिटल इंडिया की शुरुआत हमारे देश को डिजिटल रूप से सशक्त और तकनीकी रूप से एडवान्स्ड सोसाइटी में बदलने की पहल के रूप में हुई थी.” उन्होंने आगे कहा, “एक दशक बाद, हम एक ऐसी यात्रा के गवाह हैं जिसने अनगिनत लोगों के जीवन को छुआ है और सशक्तिकरण के एक नए युग की शुरुआत की. 140 करोड़ भारतीयों के सामूहिक संकल्प से प्रेरित होकर भारत ने डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में कई अहम तरक्की की. इस पहल का फायदा स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों को भी हुआ है. यह डोर बदलाव और इसके असर की एक झलक प्रस्तुत करता है. यही नहीं दशकों तक यह भी सोचा जाता रहा कि टेक्नोलॉजी का उपयोग संपन्न और वंचित लोगों के बीच की खाई को और गहरा करेगा, लेकिन हमने इस मानसिकता को भी बदल दिया और इस खाई को खत्म करने के लिए टेक्नोलॉजी का सहारा लिया.” उन्होंने आगे कहा कि जब इरादा सही होता है, तो इनोवेशन भी कमजोर लोगों को सशक्त बनाता है. जब अप्रोच समावेशी होता है, तो टेक्नोलॉजी हाशिये पर रहने वालों के जीवन में बदलाव लाती है. पीएम मोदी आगे लिखते हैं, इसी विश्वास के साथ डिजिटल इंडिया की नींव रखी गई. साल 2014 में, इंटरनेट की पहुंच सीमित हुआ करती थी, डिजिटल लिटरेसी भी कम थी और सरकारी सेवाओं तक ऑनलाइन पहुंच दुर्लभ थी. कई लोगों को इस बात का संदेह था कि क्या भारत जैसा विशाल और विविधतापूर्ण देश वास्तव में डिजिटल हो सकता है. लेकिन आज, उस सवाल का उत्तर केवल डेटा और डैशबोर्ड में नहीं मिलेगा, बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों के जीवन में मिलेगा. हम कैसे शासन करते हैं, कैसे सीखते हैं, कैसे लेन-देन और निर्माण करते हैं, आज डिजिटल इंडिया हर जगह है.” देश में इंटरनेट कनेक्शन में वृद्धि का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “2014 में, भारत में करीब 25 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन हुआ करते थे. जबकि आज, यह संख्या बढ़कर 97 करोड़ से अधिक तक हो गई है. पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी के 11 गुना के बराबर 42 लाख किलोमीटर से अधिक ऑप्टिकल फाइबर केबल अब सबसे दूरदराज के गांवों को भी आपस में जोड़ती है.” भारत में तेजी से लोग 5G पर आ रहे हैं, जिसमें महज 2 सालों में 4.81 लाख बेस स्टेशन स्थापित किए गए हैं. हाई-स्पीड इंटरनेट अब शहरी केंद्रों के साथ-साथ गलवान, सियाचिन और लद्दाख सहित कई फॉरवर्ड मिलिट्री पोस्ट तक पहुंचता है.” “इंडिया स्टैक, हमारी डिजिटल रीढ़ है, ने UPI जैसे प्लेटफॉर्म को सक्षम बनाया है, और अब यह हर साल 100 बिलियन से ज्यादा लेनदेन को संभालता है. अब स्थिति यह है कि सभी रियल टाइम डिजिटल लेनदेन में से करीब आधे भारत में होते हैं.” डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए 44 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे नागरिकों को ट्रांसफर किए गए हैं, और इस प्रक्रिया में बिचौलियों को हटा दिया गया है, इस तरह से 3.48 लाख करोड़ रुपये की लीकेज की बचत हुई है. स्वामित्व जैसी योजनाओं ने 2.4 करोड़ से अधिक संपत्ति कार्ड जारी किए हैं और इससे 6.47 लाख गांवों की मैपिंग की गई है, और इससे भूमि से जुड़े अनिश्चितता की स्थिति खत्म हुई है. पीएम मोदी ने कहा, “भारत की डिजिटल इकोनॉमी एमएसएमई और छोटे उद्यमियों को पहले से कहीं अधिक सशक्त बना रही है. ONDC (ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स) एक क्रांतिकारी मंच है जो खरीदारों और विक्रेताओं के विशाल बाजार को एक प्लेटफॉर्म देकर अवसरों की एक नई खिड़की खोलता है.”
