रांची : 18वां दिव्य कला मेला 29 अगस्त से 8 सितंबर 2024 तक घर में मैदान रांची में एक शानदार प्रदर्शनी का आयोजन , जिसमें जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर राज्यों और कई अन्य राज्यों सहित देश के सभी कोनों से दिव्यांग कारीगरों द्वारा तैयार किए गए विविध उत्पादों को एक साथ प्रदर्शित किया जाएगा। मेले में आने वालों को विभिन्न प्रकार के रंगों और रचनात्मकता को देखने का आनंद मिलेगा, जिसमें उत्तम हस्तशिल्प, हथकरघा और कढ़ाई के काम से लेकर स्वादिष्ट व्यंजन और पर्यावरण के अनुकूल वस्तुओं तक सभी प्रकार के उत्पाद शामिल होंगे। यह कार्यक्रम न केवल भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाएगा बल्कि दिव्यांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) के आर्थिक
सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगा।
दिव्य कला मेला का रांची संस्करण 2022 में शुरू हुई इस श्रृंखला का 18वां मेला है, जिसके पिछले संस्करण दिल्ली, मुंबई, भोपाल, गुवाहाटी और अन्य प्रमुख शहरों में आयोजित किए गए थे। यह मेला ‘वोकल फॉर लोकल’ आंदोलन का जीता जागता उदाहरण है, जहां दर्शको को पूरी तरह समर्पित भाव से और रचनात्मकता से तैयार किए गए उच्च गुणवत्ता वाले, स्थानीय रूप से निर्मित उत्पादों को देखने और खरीदने का अवसर मिलेगा। इस मेले में दिव्यांग कलाकारों को अपनी अन्य प्रतिभाओं के प्रदर्शन का भी अवसर मिलेगा और वे दिव्य कला शक्ति सांस्कृतिक कार्यक्रम के ज़रिए संगीत, नृत्य और नाटक के क्षेत्र में अपनी क्षमताओं का.प्रदर्शन कर सकेंगे। मुख्य अतिथि राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा कि दिव्यांगजन की कला को एक प्लेटफार्म देना जिससे कि मैं आरती सफल हो सके इस उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है. मैं सभी दिव्यांगजनों को शुभकामनाएं देता है. संसद पर बोलते हुए डॉक्टर वीरेंद्र कुमार केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि दिव्यांगों के प्रतिभा को निखारना और उनको आर्थिक रूप से मजबूत करना है. इस मेला में 75 प्रतिभागी देश के अलग-अलग राज्यों से आकर अपने प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं. झारखंड के 8 प्रतिभागी भी भाग ले रहे हैं. इस अवसर कई दिवस दिव्यांग जनों को ऋण की राशि, ट्राईसाईकिल, कानों की मशीन का वितरण किया गया.इस मौक़े पर विधायक नवीन जायसवाल, एनआरडीसी के सीएमडी नवीन शाह समेत कई लोग मौजूद थे.